रबी सीजन में गेहूं की सबसे जबरदस्त वैरायटी से किसानों को मिल रहा बंपर उत्पादन, जानिए कौन सी है ये किस्म जो दे रही है लाखों का मुनाफा


आज हम जिस वैरायटी की बात कर रहे हैं उसका नाम है श्रीराम सुपर 5-SR-05। यह गेहूं की ऐसी उन्नत किस्म है जिसे किसानों ने खुद आजमाया है और पिछले सीजन में इसकी पैदावार देखकर सब हैरान रह गए।
श्रीराम सुपर 5-SR-05 वैरायटी क्यों है खास
श्रीराम सुपर 5-SR-05 वैरायटी अपनी उच्च उपज और मजबूत गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। इस किस्म की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह गर्म हवा से प्रभावित नहीं होती। इसका पौधा अपेक्षाकृत छोटा होता है जिससे यह हवा के झोंकों से नहीं गिरती और खड़ी रहती है। इस वजह से फसल की टूट-फूट कम होती है और उपज अधिक मिलती है।
इस वैरायटी की जड़ें गहरी होती हैं जिससे पौधा मिट्टी से अधिक पोषण खींच पाता है और भुट्टे बड़े तथा दाने भरे हुए मिलते हैं। यही कारण है कि किसान इस किस्म को ‘उत्पादन की गारंटी’ मानते हैं।
श्रीराम सुपर 5-SR-05 में गेहूं की दो बड़ी बीमारियों — पीला रतुवा और भूरा रतुवा — के प्रति सहनशीलता पाई जाती है। इस वजह से किसान भाइयों को बार-बार फफूंदनाशक दवाओं पर खर्च नहीं करना पड़ता।
बीज की मात्रा और बुवाई का सही तरीका
अगर आप अगेती बुवाई करना चाहते हैं तो प्रति एकड़ लगभग 40 किलो बीज पर्याप्त रहेगा। वहीं अगर आप थोड़ी लेट बुवाई कर रहे हैं तो बीज की मात्रा लगभग 20 प्रतिशत बढ़ा दें ताकि फसल का घनत्व बना रहे और उत्पादन प्रभावित न हो।
इस वैरायटी को लगाने से पहले खेत की अच्छी तरह जुताई करें और खेत को समतल बनाएं। अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी इस फसल के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है।
पैदावार और किसानों का अनुभव
कई किसानों ने बताया कि उन्होंने पिछले साल सभी वैरायटी लगाई थीं लेकिन श्रीराम सुपर 5-SR-05 से उन्हें सबसे अधिक पैदावार मिली। औसतन इस वैरायटी से प्रति एकड़ 22 से 25 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इसकी फसल मजबूत और दाने भारी होते हैं जिससे बाजार में अच्छा भाव मिलता है।
इसकी खास बात यह भी है कि यह जल्दी तैयार होने वाली किस्म है यानी आप अगली फसल की तैयारी भी समय पर कर सकते हैं।दोस्तों, अगर आप गेहूं की खेती से अधिक उत्पादन और बेहतर आमदनी चाहते हैं तो श्रीराम सुपर 5-SR-05 वैरायटी आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह वैरायटी रोगों से सुरक्षित रहती है, कम गिरती है और दाने भी अधिक देती है। इसलिए इस रबी सीजन में अगर आप इस किस्म को अपनाते हैं तो आपकी फसल सुनहरी और लाभदायक दोनों साबित होगी।
