नवंबर-दिसंबर में करेले की खेती से होगी बंपर कमाई, कम खर्च में ज़्यादा मुनाफा और ₹4 लाख तक का नेट प्रॉफिट पाने का सुनहरा मौका


करेले की खेती क्यों है फायदे का सौदा

यहां तक कि अगर किसी कारण बाजार में भाव थोड़ा गिर भी जाए, तब भी करेले की कीमत ₹20 से ₹30 प्रति किलो के बीच बनी रहती है। यानी नुकसान का कोई डर नहीं। यही वजह है कि आजकल किसान करेले की खेती को एक व्यावसायिक फसल के रूप में अपनाने लगे हैं।
कम खर्च में अधिक लाभ कैसे मिलेगा
सर्दियों में करेले की खेती करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस मौसम में मंडप या जाली बनाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। बेल को सपोर्ट देने की भी आवश्यकता नहीं होती क्योंकि पौधे जमीन पर भी अच्छे से विकसित हो जाते हैं। इससे किसानों का शुरुआती खर्च काफ़ी कम हो जाता है।
हाँ, एक चीज़ ज़रूरी है — क्रॉप कवर और प्लास्टिक मल्च का इस्तेमाल। इससे बीजों को ठंड से बचाव मिलता है और मिट्टी में नमी लंबे समय तक बनी रहती है। अच्छी बात यह है कि क्रॉप कवर सिर्फ करेले के लिए ही नहीं, बल्कि कई अन्य फसलों में भी काम आता है, इसलिए इसे एक बार खरीदने पर कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
करेले की बेहतरीन वैरायटी
करेले की खेती में अच्छी वैरायटी का चुनाव बहुत ज़रूरी होता है, क्योंकि इससे उत्पादन और फलों की गुणवत्ता दोनों पर असर पड़ता है। किसान निम्न वैरायटी चुन सकते हैं —
सेमीनस की अभिषेक, क्लॉज की अनुष्का, वीएनआर की आकाश और नंदिता, या सिजेंटा की अस्मिता।
इसके अलावा, जो वैरायटी आपके इलाके में बेहतर उत्पादन दे रही हो, उसे भी अपनाया जा सकता है।
करेले की खेती के लिए खाद की मात्रा
अगर आप एक एकड़ खेत में करेले की खेती कर रहे हैं, तो तीन से चार ट्रॉली अच्छी सड़ी हुई गोबर की खाद मिट्टी में मिलाना जरूरी है। इसके साथ ही 70 से 75 किलो एस.एस.पी., 25 किलो यूरिया और 40 किलो एम.ओ.पी. भी डाल सकते हैं। हालांकि, सबसे अच्छा तरीका यह है कि पहले मिट्टी की जांच करा लें और उसके आधार पर खाद की मात्रा तय करें। इससे खर्च भी कम होगा और उत्पादन भी बढ़ेगा।
करेले की बुवाई और दूरी का सही तरीका
करेले की खेती में बेड की तैयारी बहुत अहम होती है। आपको 6 फीट की दूरी पर बेड बनाना चाहिए और एक फीट की दूरी पर पौधों की रोपाई करनी चाहिए। बुवाई से पहले मिट्टी को अच्छी तरह भुरभुरी बनाएं और खाद डालने के बाद अंतिम जुताई करें।
बीज की बुवाई के बाद क्रॉप कवर तुरंत लगाना न भूलें। यह बीजों को ठंड और पाले से बचाता है, जिससे अंकुरण में कोई रुकावट नहीं आती और पौधे स्वस्थ विकसित होते हैं।
दोस्तों, अगर आप नवंबर-दिसंबर में कोई ऐसी फसल लगाना चाहते हैं जो आपको स्थिर और अच्छा मुनाफा दे, तो करेले की खेती आपके लिए एक शानदार विकल्प है। इसमें निवेश कम है, जोखिम बहुत कम है और मुनाफा जबरदस्त है। बस सही वैरायटी चुनें, मिट्टी की जांच कराएं और क्रॉप कवर का उपयोग करें। कुछ ही महीनों में आपकी मेहनत का फल आपको लाखों रुपए का मुनाफा दिला सकता है।