मोनू खटीक मौत प्रकरण की जांच खतौली सीओ को सौंपी गई, नेताओं ने पीड़ित परिवार को दिलाया न्याय का भरोसा

बुढ़ाना। कस्बे के युवक मोनू खटीक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में जांच का दायरा अब और व्यापक हो गया है। पीड़ित परिवार की शिकायतों के बाद बुढ़ाना पुलिस से यह केस हटाकर खतौली सीओ रामाशीष यादव को सौंपा गया है। सीओ ने मंगलवार को मृतक के परिजनों से मुलाकात की और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया।
यह है पूरा मामला
17-18 अगस्त 2025 की रात बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र में मोनू खटीक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि मोनू को कुछ लोगों ने चोर समझकर बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था। पुलिस ने मुख्य आरोपी सादिक को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। इसके बावजूद परिजनों ने बुढ़ाना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए और जांच में लापरवाही का आरोप लगाया। इसी शिकायत के बाद केस खतौली स्थानांतरित कर दिया गया।
नेताओं ने पहुंचकर दी सांत्वना
मृतक के परिवार से मिलने बुलंदशहर सांसद डॉ. भोला सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान और पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र त्यागी पहुंचे। नेताओं ने परिवार को ढांढस बंधाया और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। सांसद डॉ. भोला सिंह ने कहा कि दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। वहीं डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि यह मामला उनकी नजर में है और वे उच्च स्तर पर भी इस पर चर्चा करेंगे। पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र त्यागी ने कहा कि समाज और प्रशासन दोनों पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं।
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