मुजफ्फरनगर में 18 ग्राम पंचायतों को मॉडल बनाने की तैयारी, CDO ने स्वच्छता और OSR बढ़ाने के लिए दिए कड़े निर्देश
मुज़फ्फरनगर: जनपद की ग्रामीण व्यवस्था को नया आयाम देने और विकास को गति देने के उद्देश्य से, 18 ग्राम पंचायतों को मॉडल ग्राम पंचायत के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है। इसी क्रम में, सोमवार को विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी (CDO) कंडारकर कमल किशोर देशभूषण की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
विकास कार्य में पारदर्शिता अनिवार्य
CDO ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी मॉडल ग्राम पंचायतों में विकास कार्य गुणवत्ता के साथ समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएं। उन्होंने पारदर्शिता पर ज़ोर देते हुए कहा कि सभी कार्य नियमों के अनुरूप पूरी पारदर्शिता के साथ किए जाने चाहिए ताकि जनता का विश्वास बना रहे।
स्वच्छता पर मुख्य फोकस
सीडीओ ने स्वच्छता मिशन को सफल बनाने के लिए विशेष कार्य योजना प्रस्तुत की:
-
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन नियमित रूप से किया जाना चाहिए।
-
एकत्रित कूड़े को आरआरसी सेंटर (Resource Recovery Centre) पर सेग्रीगेट (अलग-अलग) करके केवल वैज्ञानिक तरीके से ही निस्तारित किया जाए।
राजस्व बढ़ाने पर जोर
वित्तीय स्थिरता के लिए, सीडीओ ने ग्राम पंचायतों के ओएसआर (Own Source Revenue) को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कर (Sanitation Tax) को प्रभावी ढंग से लागू कर ग्राम पंचायतें अपनी आय के स्रोत (OSR) को मजबूत करें।
श्रेष्ठ प्रदर्शन पर मिलेगा सम्मान
CDO कंडारकर कमल किशोर देशभूषण ने पंचायतों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि 18 चयनित ग्राम पंचायतों में से जो भी ग्राम प्रधान और सचिव विकास एवं स्वच्छता के कार्यों को सबसे पहले और बेहतर तरीके से पूरा करेंगे, उन्हें प्रशासन द्वारा अलग से सम्मानित किया जाएगा। बैठक में संबंधित विभागों के सभी अधिकारियों ने मिशन को सफल बनाने का संकल्प दोहराया।
संबंधित खबरें
लेखक के बारे में
रॉयल बुलेटिन उत्तर भारत का प्रमुख हिंदी दैनिक है, जो पाठकों तक स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय खबरें तेज़, सटीक और निष्पक्ष रूप में पहुँचाता है, हिंदी पत्रकारिता का एक भरोसेमंद मंच !
