कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंच से RSS और बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी “RSS की सरकार को हिंदुस्तान से हटाएगी”। उन्होंने RSS प्रमुख मोहन भागवत के विचारों पर सवाल उठाते हुए कहा कि दुनिया की हर विचारधारा सत्य को महत्व देती है, लेकिन RSS शक्ति को प्रधान मानता है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि वोट खरीदकर लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है और संसद में इस मुद्दे पर जवाब देने के समय गृह मंत्री अमित शाह असमंजस में थे।
रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बीजेपी और RSS को निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी जानबूझकर देश में वैचारिक फूट डालने का प्रयास कर रही है। खड़गे ने कहा कि पार्टी डॉ. अंबेडकर, सरदार पटेल और पंडित नेहरू के बीच झगड़ा पैदा होने नहीं देगी।
रामलीला मैदान में भारी भीड़, विशेषकर महिला कार्यकर्ताओं की उपस्थिति, देखने को मिली। देश के अलग-अलग हिस्सों से महिला नेता और कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचकर सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते दिखे।
कांग्रेस ने इस रैली के जरिए स्पष्ट कर दिया कि वोट चोरी और लोकतंत्र की रक्षा पार्टी का आगामी राजनीतिक एजेंडा रहेगा। पार्टी इसे केवल आरोप के रूप में नहीं, बल्कि जनता की लड़ाई बताकर मैदान में उतर चुकी है।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह रैली केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच जारी संघर्ष में नए मोड़ का संकेत हो सकती है। आने वाले दिनों में इस आंदोलन का असर देश की राजनीति पर और स्पष्ट होगा।
