भारत ने 11 वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल हाईवे किया तैयार, ज्योतिरादित्य सिंधिया का दावा

IMC 2025: केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने (आईएमसी) 2025 में दावा किया कि भारत ने पिछले 11 वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल हाईवे तैयार किया है। उन्होंने बताया कि इस डिजिटल नेटवर्क ने लाखों लोगों को जोड़कर देश को वैश्विक डिजिटल मानचित्र के केंद्र में ला खड़ा किया है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में डिजिटल नेटवर्क की गूंज

डिजिटल परिवर्तन का लंबा सफर
केंद्रीय मंत्री ने याद दिलाया कि भारत का डिजिटल परिवर्तन दो दशक पहले मोबाइल फोन के आगमन से शुरू हुआ और अब यह सेमीकंडक्टर निर्माण और उच्च तकनीक के क्षेत्र तक पहुँच गया है। उन्होंने बताया कि यह परिवर्तन भारतीय अर्थव्यवस्था और नवाचार को नई ऊँचाइयों पर ले जा रहा है।
सार्वभौमिक कनेक्टिविटी के लिए अंतरिक्ष नेटवर्क
आईएमसी 2025 में 'सार्वभौमिक कनेक्टिविटी के लिए अंतरिक्ष नेटवर्क' विषय पर आयोजित सैटकॉम शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मंत्री ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन डिजिटल क्रांति की नई दहलीज को चिह्नित करता है। उपग्रहों के माध्यम से देश में डिजिटल पहुंच बढ़ाने का यह प्रयास जीवन को बदलने का एक बड़ा कदम है।
उपग्रह संचार से सुदूर कोनों तक डिजिटल पहुँच
सिंधिया ने बताया कि सैटकॉम अब देश के दूरदराज के क्षेत्रों तक डिजिटल समावेशन को सुनिश्चित करेगा। यह केवल विलासिता नहीं, बल्कि डिजिटल युग में न्याय का एक अधिकार है। इसके माध्यम से किसान, मछुआरे, डॉक्टर और छात्र जो पहले स्थलीय नेटवर्क से बाहर थे, अब डिजिटल सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
सरकार की बड़ी पहल: 40,000 करोड़ रुपये का निवेश
मंत्री ने कहा कि डिजिटल भारत निधि और सार्वभौमिक सेवा दायित्व निधि (यूएसओएफ) के तहत सरकार ने चुनौतीपूर्ण इलाकों में 38,260 दूरदराज के गांवों को जोड़ने का मिशन शुरू किया है। इनमें से लगभग 29,000 गांव, यानी करीब 75 प्रतिशत, पहले ही डिजिटल नेटवर्क से जुड़े हैं।