गाजियाबाद। अंतर्राष्ट्रीय किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत समेत कई वर्तमान-पूर्व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ दो मुकदमों में आरोप तय कर दिए गए हैं। अब इन मामलों में विधिवत मुकदमा चलेगा।
यह मामला वर्ष 2014 का है, जब किसानों, राष्ट्रीय लोकदल और भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने स्व. चौधरी अजित सिंह की दिल्ली स्थित कोठी खाली कराए जाने के विरोध में मुरादनगर गंग नहर पर प्रदर्शन किया था। उस दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया था और बाद में मुरादनगर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें 36 लोगों को नामजद किया गया था। तब से सभी आरोपी नियमित रूप से न्यायालय में पेश हो रहे हैं।
आज सुनवाई के दौरान चौधरी राकेश टिकैत अपने अधिवक्ता चौधरी अजय वीर सिंह के साथ अदालत में उपस्थित हुए। बचाव पक्ष ने दलील दी कि पुलिस द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह झूठे हैं और आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया जा सका है, इसलिए सभी को आरोपों से मुक्त किया जाए।
वहीं, सरकारी वकील बिशमबर सिंह ने अदालत में कहा कि मुकदमे का परीक्षण होने के बाद ही यह तय हो पाएगा कि आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य हैं या नहीं। इस स्तर पर आरोपमुक्त करना उचित नहीं होगा।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद स्पेशल जज एमपी-एमएलए निशांत मान ने सभी आरोपियों पर आरोप तय कर दिए। अदालत ने मामले में साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए अगली तारीख 2 जनवरी नियत की है।
