नोएडा। यमुना विकास प्राधिकरण (यीडा) के अधिसूचित एरिया में हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ आज बड़ी कार्यवाही की गई। प्राधिकरण द्वारा जनपद बुलंदशहर क्षेत्र के झाझर और ककोड़ में भू-माफिया द्वारा काटी गई अवैध कालोनियों पर यीडा की टीम ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। अतिक्रमण मुक्त कराई गई जमीन की कीमत 2500 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस दौरान कुछ लोगों ने प्राधिकरण की इस कार्रवाई का विरोध करने का प्रयास किया। जो पुलिस बल देखकर भाग गए।
इन दिनों यमुना प्राधिकरण भू-माफियाओं के विरूद्ध एक्शन में है। यमुना सीईओ राकेश कुमार सिंह के सख्त निर्देश पर प्राधिकरण के आला-अफसरों द्वारा की जा रही कार्यवाही से अवैध कब्जाधारियों में हड़कंप मचा हुआ है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में अतिक्रमण पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से अर्जित एवं कब्जा प्राप्त भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा किये जा रहे अतिक्रमणों के खिलाफ विशेष अभियान चला रखा है।
मंगलवार को यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में किए गए अवैध अतिक्रमण के लिए सीईओ राकेश कुमार सिंह के कड़े निर्देशों व ज़िलाधिकारी मेधा रूपम के निर्देशन के क्रम ओएसडी शैलेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में जनपद बुलंदशहर क्षेत्र के झाझर व ककोड़ में व्यापक स्तर पर अतिक्रमण ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया । इस अभियान में दोनों गांव की लगभग 250 बीघा अधिसूचित भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया। जिसकी बाजारू क़ीमत लगभग 2500 करोड़ रुपए है।
ओएसडी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान ऐरोनेस्ट कॉलोनाइजर झाझर, श्री राधा गौरी एनक्लेव ककोड़ तथा रुद्र प्रॉपर्टीज ककोड़ जैसी अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कर दिया गया। ओएसडी ने अवैध अतिक्रमण के विरूद्ध लगातार अभियान जारी रखने की बात कही है तथा भोले - भाले ख़रीददारों को ऐसे प्रॉपर्टी डीलरों से सतर्क रहने का भी संदेश दिया। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान मौके पर प्राधिकरण के डिप्टी कलेक्टर शिवअवतार सिंह, ओएसडी अजय कुमार शर्मा, ओएसडी अभिषेक शाही, ओएसडी कृष्ण गोपाल त्रिपाठी समेत बुलंदशहर जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों समेत प्राधिकरण के अन्य अधिकारी व पुलिस बल मौजूद रहा।
वहीं यीडा के अधिकारियों ने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि अवैध रूप से जमीन कब्जा कर काटी जा रही कॉलोनियों में अपनी गाढ़ी कमाई न फंसाएं। अगर किसी कॉलोनाइजर से अवैध कॉलोनी में प्लॉट खरीदा है तो रजिस्ट्री का प्रपत्र लेकर पुलिस से शिकायत करें। साथ ही इसकी एक कॉपी प्राधिकरण को भी उपलब्ध कराएं ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने कहा है कि यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में किसी भी व्यक्ति को अवैध निर्माण करने की इजाजत नहीं है। यमुना क्षेत्र में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति व संस्था द्वारा किसी प्रकार की कोई जमीन की खरीद-फरोख्त की जाती है तो उसमें होने वाले किसी भी प्रकार की लाभ- हानि के लिए यमुना प्राधिकरण की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी, उसके लिए व्यक्ति व संस्था स्वयं जिम्मेदार होगा।