नोएडा। ग्रेटर नोएडा के थाना दनकौर पुलिस ने दोस्त की हत्या के मामले में वांछित चल रहे दो युवकों को आज गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने मृतक की कार भी बरामद किया है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि पार्टी के दौरान आरोपियों का मृतक से झगड़ा हो गया था। इसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी तथा शव को गंग नहर में फेंक दिया था। एनडीआरएफ ने शनिवार की शाम को नहर से शव को बरामद किया था। आज पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
थाना दनकौर के प्रभारी निरीक्षक मुनेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के अस्तौली गांव में रहने वाले मनीष 29 नवंबर को अपने घर से लापता हो गया था। वह अपने दो दोस्तों भारत पुत्र अरुण भाटी और बोबी भाटी पुत्र देवेंद्र भाटी के साथ घर से निकला था। उन्होंने बताया कि 30 नवंबर को उनके परिजनों ने उनकी गुमशुदा की रिपोर्ट थाना दनकौर में दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। इसी बीच पुलिस से उसके दोनों दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि दोनों दोस्तों ने पार्टी के दौरान हुए विवाद में उसकी गला दबाकर हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस और एनडीआरएफ की टीम शव बरामद करने में जुटी हुई थी। कई दिनों के मशक्कत के बाद पुलिस ने शनिवार की शाम को मनीष के शव को घटनास्थल से 7 किलोमीटर दूर झाड़ियां के अंदर से बरामद किया।
उसका शव झाड़ियों में फंस गया था। इसलिए पुलिस और एनडीआरएफ को ढूंढने में काफी कठिनाई हुई। उन्होंने बताया कि शव बरामद करने के बाद पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आज पुलिस ने दोनों आरोपियों भारत और बॉबी भाटी को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि उनके पास से मृतक की कार भी बरामद हुई है।
थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने 29 नवंबर की आधी रात को ही मनीष की हत्या कर शव नहर में फेंक दिया था और घर से फरार हो गए थे। पुलिस के अनुसार शराब के नशे में तीनों दोस्तों में कहासुनी और गाली-गलौज हुई। मनीष ने गांव के अपने एक दोस्त से फोन भी किया। इसके बाद दोनों दोस्तों ने मनीष की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को नहर में फेंक दिया और उसकी कार को ग्रेटर नोएडा के एक मॉल की पार्किंग में खड़ा कर दिया।
उन्होंने बताया कि मनीष अपने पिता राम राज नारायण की इकलौती संतान था। इस घटना के बाद घर परिवार और गांव में मातम पसरा हुआ है। मनीष की फरवरी में हरियाणा के पलवल जिले के एक गांव से शादी होने वाली थी। घर में शादी की तैयारी चल रही थी। हत्या से एक दिन बाद उसके घर शादी की पीली चिट्ठी आने वाली थी। उन्होंने बताया कि मृतक मनीष और आरोपी भारत तथा बॉबी के साथ 11 साल पुरानी दोस्ती थी। उसका अक्सर दोस्तों के साथ उठना बैठना और पीना खाना था। घर पर देर शाम लौटना उसकी दिनचर्या बन गया था।
हत्यारोपी मनीष के जिगरी दोस्त थे। दोनों हत्यारे आपस में एक-दूसरे के मौसेरे भाई हैं। उन्होंने बताया कि मनीष के शव की तलाश करने के लिए एनडीआरएफ की दो टीम, दो दर्जन से अधिक गोताखोर, दो दर्जन पुलिसकर्मी और सैकड़ों गांव के लोग जुटे थे। उन्होंने बताया कि जनपद अलीगढ़, बुलंदशहर, मथुरा और गौतमबुद्ध नगर की सभी नहरों, माइनर और रजवाहों में शव की सघन तलाश की गई। थाना प्रभारी ने बताया कि मनीष की हत्या करने के बाद उसके दोस्तों ने अपने एक दोस्त के मोबाइल पर उसका फोटो भेजा था। जिस युवक के पास फोटो भेजा गया था, उसने भी पुलिस से यह बात छिपाई रखी। इस मामले में पुलिस ने दर्जनभर युवकों से पूछताछ की।