एनडीए में सीटों की जंग: लोजपा और हम मोर्चा की मांगें भाजपा-जदयू को बना रही हैं असहज, सियासी गलियारों में उठी हलचल

Bihar News: एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद लगातार जारी है। खासकर लोजपा (रामविलास) और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा की मांगें भाजपा और जदयू के लिए चिंता का सबब बनी हुई हैं। लोजपा (रा) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपनी मांगों के प्रति कड़ा रुख अपनाया है। वहीं, मोर्चा के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी अधिक विनम्र रवैया अपनाते हुए रूठने का अभिनय कर रहे हैं, ताकि पार्टी की स्थिति मजबूत दिखाई दे।
जदयू ने सीट बंटवारे की प्रक्रिया से खुद को किया अलग
एनडीए में सियासी संतुलन बनाना बना चुनौती
विश्लेषकों का मानना है कि लोजपा और हम मोर्चा जैसी पार्टियों की मांगें एनडीए के बड़े घटकों को असहज कर रही हैं। इस बार सीटों के बंटवारे के मसले ने गठबंधन के भीतर संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण बना दिया है। छोटे सहयोगी दलों की भूमिका और उनकी मांगों के अनुसार बड़े दलों को रणनीति बदलनी पड़ सकती है।
चिराग-पासवान का कड़ा रुख, मांझी का रणनीतिक व्यवहार
चिराग पासवान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी अपनी सीटों के लिए समझौता नहीं करेगी। वहीं, जीतनराम मांझी अपने लचीले और विनम्र रवैये के जरिए गठबंधन में अपना दबाव बनाए रखना चाहते हैं। इस रणनीति से दोनों दलों की मांगें एनडीए में सीटों के अंतिम बंटवारे को प्रभावित कर सकती हैं।
आगामी चुनाव में गठबंधन की सफलता होगी चुनौतीपूर्ण
विश्लेषकों का कहना है कि अगर सीटों के बंटवारे के विवाद का समाधान समय रहते नहीं हुआ तो एनडीए की जीत की संभावनाओं पर असर पड़ सकता है। बड़े दलों के बीच तालमेल और छोटे सहयोगी दलों की संतुष्टि गठबंधन की रणनीति की कुंजी होगी।