सूरत में बर्थडे पार्टी बनी हंगामा पार्टी: पिता ने मंगाई शराब, रेड पड़ी तो बेटे ने पुलिस पर कर दिया हमला


बेटे ने गाड़ी में बैठकर पी शराब, पुलिस पहुंची तो किया हमला

लेकिन स्थिति तब बिगड़ गई जब युवक गाड़ी से बाहर निकला और पुलिस अधिकारियों से हाथापाई शुरू कर दी। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें युवक को पुलिसकर्मियों को धक्का देते और गाली-गलौज करते हुए देखा जा सकता है।
“ऊपर तक पहुंच” की धमकी और महिलाओं की गुहार
जैसे ही पुलिस ने युवक को काबू में लिया, समीर शाह खुद मौके पर पहुँच गए। बताया जाता है कि उन्होंने पुलिसकर्मियों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन साथ ही कथित रूप से “ऊपर तक पहुंच” की धमकी भी दी।
इसी दौरान दो महिलाएँ भी वहाँ पहुँचीं और पुलिस से गुहार लगाई कि “उसे छोड़ दो, वह बच्चा है।”
लेकिन पुलिस ने सख्त रवैया अपनाते हुए मौके से शराब की नौ कैन, सात मोबाइल फोन और कैश बरामद किया और वाहन को जब्त कर लिया।
पुलिस ने दर्ज किए दो केस - शराब और हमले का मामला अलग-अलग
ज़ोन 4 की डीसीपी निधि ठाकुर ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में दो अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं।
पहला केस शराब की बरामदगी से जुड़ा है और दूसरा पुलिस पर हमले से संबंधित है।
पुलिस ने बताया कि शराब सप्लाई करने वाले व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। सप्लायर ने बयान दिया कि बिजनेसमैन समीर शाह ने ही उसे शराब लाने को कहा था। इसके बाद समीर शाह को भी हिरासत में ले लिया गया।
ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट फेल, मेडिकल जांच जारी
डीसीपी ने बताया कि समीर शाह के बेटे का ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट पास नहीं हुआ। इसके बाद उसका ब्लड और यूरिन सैंपल मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।
पुलिस अब यह तय करेगी कि क्या बेटे की औपचारिक गिरफ्तारी की जाएगी या नोटिस जारी किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, यह मामला केवल कानून उल्लंघन का नहीं, बल्कि गुजरात की शराब नीति को चुनौती देने वाला गंभीर अपराध है।
ड्राई स्टेट में शराब पार्टियों पर सख्त निगरानी
गुजरात में शराबबंदी कानून के तहत शराब की बिक्री, खरीद और सेवन पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद कुछ लोग निजी आयोजनों में इस प्रतिबंध को तोड़ने की कोशिश करते हैं।
सूरत पुलिस ने स्पष्ट कहा कि ऐसे मामलों में “जीरो टॉलरेंस नीति” अपनाई जाएगी।
डीसीपी ठाकुर ने कहा - “यह राज्य कानून से ऊपर कोई नहीं है। चाहे वह बिजनेसमैन हो या आम नागरिक, कानून सबके लिए समान है