शामली में जमीअत उलेमा-ए हिन्द की बैठक: उत्तर प्रदेश में मदरसा सर्वे पर चर्चा
शामली। सोमवार को शहर के मोहल्ला सलेक विहार स्थित मुहम्मदी मस्जिद में जमीअत उलेमा-ए हिन्द के पदाधिकारियों की एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार मंे हुए मदरसे और मस्जिदों के सर्वे के बाद उत्तर प्रदेश मंे होने वाले सर्वे को लेकर चर्चो की गई। उन्होने सभी मदरसों और मस्जिदों के ईमाम को सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए अपनी कागजात पूरी करने का आहवान किया गया।
सोमवार को शहर के मोहल्ला सलेक विहार स्थित मुहम्मदी मस्जिद में जमीअत उलेमा-ए हिन्द के पदाधिकारियों की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए जिला सदर मोलाना साजिद कासमी ने कहा कि हमारे मुल्क में शहुरियत के लिए जो सर्वे बिहार में हो चुका है अब वह हमारे सूबे उत्तर प्रदेश में भी शुरू हो चुका है। इसके लिए सभी को अहम जानकारियां होनी चाहिए। उन्होने कहा कि जिन की पैदाईश एक जुलाई 1987 से पहले हुई है और 2003 के वोटर लिस्ट में नाम है, उनको कोई कागजात नही दिखाना है। जिन की पैदाईश एक जुलाई 1887 से पहले की है और 2003 की वोटर लिस्ट में नाम नही है।
उनको अपनी शहुरियत साबित करने के लिए कोई एक कागत दिखाना होगा। जिनकी पैदाईश 1 दिसंबर 2004 से पहले हुई है उनको अपना कोई कागजात और अपने वालदेन में से किसी एक का कागज दिखाना होगा। अगर उसके मां बाप में से किसी एक का नाम 2003 की वोटर लिस्ट में है उसकी कॉपी भी दिखा सकते है।
उन्होने सभी से आहवान किया कि वह अपने कागजात पूरे करे और प्रदेश सरकार की गाईड लाईन का पालन 7किया जाये। इस अवसर पर मौलाना साजिद कासमी, मौलाना नजाकत अली, मुफ्ती अब्दुल्लाह, मुफ्ती आरिफ, मुफ्ती दानिश, मुफ्ति जाकिर, मौलाना अय्यूब मिफ्ताही, मौलाना अकरम, मुफ्ती ज़ुबैर, मुफ्ती साजिद, हाफिज वकील, मास्टर समीउल्लाह खान, मुफ्ती शाकिर, मौलाना यामीन, मौलाना वसीम, हाफिज आसमोहम्मद आदि मौजूद रहे।
