शामली में यातायात जागरूकता माह: सड़क पर नियमों की खुलेआम धज्जियां
शामली। नवंबर माह की शुरुआत के साथ ही पूरे प्रदेश में यातायात जागरूकता माह मनाया जा रहा है, लेकिन शामली शहर में इस अभियान का असर सड़कों पर दिखाई नहीं दे रहा है। शहर में जगह-जगह नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। न तो पुलिस की सख्ती नजर आ रही है और न ही लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता का भाव दिख रहा है।
गत एक नवंबर से जिले में यातायात माह प्रारंभ हो गया है। यातायात माह के अन्तर्गत वाहन चालकों, स्कूली बच्चों, शिक्षकों, बाइक सवारों, आम नागरिकों को जागरूक किए जाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन शामली शहर के प्रमुख मार्गों सुभाष चौक, भिक्की मोड, फव्वारा चौक, दिल्ली रोड, वीवी इंटर कालेज रोड, माजरा रोड, पर दिनभर अवैध पार्किंग की समस्या बनी रहती है। बाइक सवार व वाहन चालक जहां-तहां अपनी गाड़ियां खड़ी कर देते हैं, जिससे राहगीरों को निकलने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जाम की स्थिति आम हो चुकी है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। वहीं, शहर में बड़ी संख्या में बिना हेलमेट बाइक सवार तेज रफ्तार से वाहन दौड़ाते देखे जा सकते हैं। कई युवक ट्रिपल राइडिंग करते हुए भी नजर आते हैं, जिस पर रोक लगाने में पुलिस पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। इसके साथ ही डग्गामार वाहन, ई-रिक्शा और टेंपो चालक भी यातायात नियमों की अनदेखी करते हुए क्षमता से अधिक सवारियां भरकर सड़कों और हाईवे पर फर्राटा भर रहे हैं। अक्सर देखा गया है कि ओवरलोड रिक्शा और टेंपो न केवल अन्य वाहनों के लिए खतरा बनते हैं, बल्कि सवारियों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर जोखिम पैदा करते हैं। बावजूद इसके, ट्रैफिक विभाग की ओर से कोई अभियान नही चलाया जा रहा है। सिर्फ बाइक सवारों के चालान काटकर जागरूकता अभियान में शिथिलता बरती जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यातायात जागरूकता माह केवल कागजों पर ही सीमित दिखाई दे रहा है। सड़कों पर न तो यातायात कर्मियों की मौजूदगी रहती है। ट्रेफिक पुलिस शहर में चालान काटती है, जबकि हाईवों पर कोई कार्यवाही नही है। नागरिकों ने अवैध पार्किंग पर अंकुश लगाने की भी मांग की है।
