फीस न भर पाने पर स्कूल छोड़ने की कगार पर पहुंची छात्रा की बदली किस्मत, योगी ने बढ़ाया मदद का हाथ

गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में मंगलवार को आयोजित जनता दर्शन एक नन्हीं बच्ची की ज़िंदगी में उम्मीद की नई किरण लेकर आया। कोतवाली क्षेत्र के पुरदिलपुर की कक्षा सात की छात्रा पंखुड़ी त्रिपाठी के लिए नया शैक्षणिक सत्र कभी न भूलने वाला बन गया, जब उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपनी आर्थिक मजबूरी बताई, […]
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में मंगलवार को आयोजित जनता दर्शन एक नन्हीं बच्ची की ज़िंदगी में उम्मीद की नई किरण लेकर आया। कोतवाली क्षेत्र के पुरदिलपुर की कक्षा सात की छात्रा पंखुड़ी त्रिपाठी के लिए नया शैक्षणिक सत्र कभी न भूलने वाला बन गया, जब उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपनी आर्थिक मजबूरी बताई, और मुख्यमंत्री ने उसकी पढ़ाई रुकने से बचा ली।
मंगलवार सुबह जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में जनता की समस्याएं सुन रहे थे, तब उन्हीं के सामने बैठी थी 12 वर्षीय पंखुड़ी। उसने हाथ में एक प्रार्थना पत्र थमाते हुए सीधे कहा, “महाराज जी, मैं पढ़ना चाहती हूं, कृपया मेरी स्कूल फीस माफ करवा दीजिए या फिर उसका इंतजाम करा दीजिए।”
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मुख्यमंत्री ने बच्ची की बातें गंभीरता से सुनीं। पंखुड़ी ने बताया कि वह एक इंग्लिश मीडियम स्कूल की छात्रा है, लेकिन पिता के दिव्यांग हो जाने और मां के छोटे से रोजगार के चलते घर की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर हो चुकी है। उसका भाई कक्षा 12 में पढ़ता है और ऐसे में उसकी फीस भरना संभव नहीं रह गया। यही वजह थी कि स्कूल के पहले दिन वह कक्षा में नहीं, जनता दर्शन में मदद की आस लिए आई थी।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि पंखुड़ी की पढ़ाई किसी भी कीमत पर नहीं रुकने दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि फीस माफ करवाने के प्रयास किए जाएं और यदि ऐसा संभव न हो, तो फीस की व्यवस्था सरकार स्वयं करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, “बिल्कुल चिंता मत करो, पढ़ाई नहीं रुकेगी।”
मुख्यमंत्री से सीधे संवाद और भरोसा मिलने के बाद भावविभोर पंखुड़ी ने उनके साथ एक फोटो खिंचवाने की इच्छा जताई, जिसे मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। पंखुड़ी की आंखों में एक बार फिर से भविष्य की चमक लौट आई। उसने कहा, “महाराज जी जैसा कोई नहीं है।”
जनता दर्शन में 100 लोगों की समस्याएं सुनीं
जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री ने करीब 100 लोगों की व्यक्तिगत समस्याएं सुनीं और उनके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर जरूरतमंद को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, इलाज के लिए अस्पतालों से इस्टीमेट मंगाकर शासन को भेजा जाए, ताकि उन्हें आर्थिक मदद दी जा सके। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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