बिजनौर में गंगा का जलस्तर बढ़ा, तटबंध पर मंडराया खतरा: तटबंध को बचाने में जुटा प्रशासन

Bijnor News: बिजनौर में गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। पहाड़ों से भारी मात्रा में पानी आने के कारण गंगा की तेज धारा तटबंध की ओर बढ़ गई। पहले से लगाई गई बल्लियां और रेत की बोरियां कई जगह से बह गईं, जिससे तटबंध पर खतरा और बढ़ गया है।
दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आने के कगार पर
ग्रामीणों और प्रशासन की संयुक्त मुहिम
तटबंध को बचाने के लिए सिंचाई विभाग, नेशनल हाईवे विभाग और सैकड़ों स्थानीय ग्रामीण एक साथ जुट गए। सभी ने मिलकर रेत की बोरियां भरकर किनारे पर रखीं और बल्लियां लगाईं। प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत शासन स्तर के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और तटबंध की स्थिति का जायजा लिया।
लगातार जारी है सुरक्षा कार्य
वर्तमान समय में तटबंध पर सुरक्षा कार्य तेज़ी से जारी है। प्लास्टिक के बोरों में मिट्टी भरकर गंगा के किनारे रखा जा रहा है। वहीं कटान को रोकने के लिए पेड़ों को काटकर नदी में डाला जा रहा है। पहले कटान वाली जगह पर थोड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन फिलहाल तटबंध को सुरक्षित बताया जा रहा है।
सिंचाई विभाग ने बढ़ाई चौकसी
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता बृजेश मौर्य ने जानकारी दी कि रविवार को अचानक गंगा में पानी का स्तर एक लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया था। इस वजह से मुश्किलें और बढ़ गईं। उन्होंने कहा कि बरसात का सीजन खत्म होने तक तटबंध पर लगातार काम जारी रहेगा।
हर संभव उपायों से बचाव की कोशिश
बृजेश मौर्य ने बताया कि तटबंध को बचाने के लिए प्लास्टिक के बोरों में मिट्टी भरकर किनारे लगाया जा रहा है। बल्लियां और "परकु पाइन" संरचनाएं भी बनाई जा रही हैं। इसके अलावा कई पेड़ काटकर गंगा में डाले गए हैं ताकि धारा की गति को रोका जा सके। उन्होंने दावा किया कि हर संभव उपायों से तटबंध को बचाने की कोशिश की जा रही है।