शाहजहांपुर में नवजात बच्ची को जिंदा दफनाया, रोने की आवाज से बची जान,अस्पताल में भर्ती,पुलिस जांच में जुटी

शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया। जैतीपुर-गौहापुर रास्ते पर बहगुल नदी के किनारे 15 दिन की एक नवजात बच्ची को जिंदा मिट्टी में दफना दिया गया। बच्ची का खून से सना एक हाथ मिट्टी से बाहर था, जिसकी रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों ने उसे बचाया। बच्ची को गंभीर हालत में राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और अस्पताल रिकॉर्ड खंगालकर दोषी की तलाश में जुटी है।
पुलिस ने करीब एक फीट गहरे गड्ढे से बच्ची को बाहर निकाला। बच्ची का शरीर मिट्टी से ढका था, और वह दर्द से रो रही थी। उसके हाथ का पंजा नोचा गया था, जिससे खून बह रहा था। गांववालों ने बच्ची का मुंह साफ किया, जिसके बाद उसने आंखें खोलीं। उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत के कारण उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
सीएचसी प्रभारी डॉ. नितिन सिंह ने बताया कि बच्ची 10-15 दिन की है और बेहद कमजोर है। उसके मुंह और नाक में मिट्टी भरी थी, और उसका वजन सामान्य से बहुत कम है। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां उसका इलाज चल रहा है। बच्ची की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
सीओ ज्योति यादव ने बताया कि सुबह 9 बजे सूचना मिलने पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। बच्ची को बचाकर अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और क्षेत्र के अस्पतालों में हाल के दिनों में हुई डिलीवरी की जांच कर रही है ताकि बच्ची के माता-पिता या दोषी का पता लगाया जा सके। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बच्ची को किसने और क्यों दफनाया।