लखनऊ में एमिटी यूनिवर्सिटी के लॉ स्टूडेंट को कार में बैठाकर मारे 26 थप्पड़, वीडियो हुआ वायरल
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पीड़ित शिखर ने बताया कि 11 जून को उसके घुटने और लिगामेंट का ऑपरेशन हुआ था, जिसके चलते वह दो महीने क्लास से दूर रहा। 8 अगस्त से दोबारा कॉलेज जाना शुरू किया था। 26 अगस्त को कैंपस की पार्किंग में साथी स्टूडेंट्स के साथ कार में बैठा था, तभी अचानक क्लासमेट्स ने उसकी बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। पहले एक लड़की ने 5-6 थप्पड़ मारे, फिर आयुष यादव नामक छात्र ने लगातार गालियां देते हुए तमाचे जड़ने शुरू किए। इस दौरान कई अन्य छात्र भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने रोकने की कोशिश नहीं की।
शिखर ने बताया कि पिटाई करने वालों में आयुष यादव, जाह्नवी मिश्रा, मिलाय बनर्जी, विवेक सिंह और आर्यमन शुक्ला शामिल थे। आरोपियों ने उसका मोबाइल छीनकर सारी चैट डिलीट कर दीं और सिम कार्ड तक तोड़ डाला।
परिजन सदमे में, पुलिस से की शिकायत
पीड़ित छात्र के पिता मुकेश केसरवानी ने कहा कि घटना के बाद से बेटे के व्यवहार में बड़ा बदलाव आया है। वह सहम जाता है और उसका आत्मविश्वास टूट चुका है। पिता ने यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस दोनों को लिखित शिकायत दी है। उनका कहना है कि महज 1 मिनट 40 सेकेंड में बेटे को 26-30 थप्पड़ मारे गए, जो यह साबित करता है कि प्लानिंग करके उसे टॉर्चर किया गया।
एमिटी यूनिवर्सिटी और पुलिस का बयान
एमिटी यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया है कि वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की जा सकती, लेकिन यदि शिकायत मिली तो जांच कर दोषियों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
वहीं, चिनहट थाना प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि पीड़ित परिवार की ओर से तहरीर मिली है और मामले की जांच चल रही है। जल्द ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा।