मथुरा में बाढ़ का प्रकोप जारी, डीएम-एसएसपी ने ली इमरजेंसी बैठक, दिए सख्त निर्देश

मथुरा। यमुना नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर के चलते मथुरा जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। सोमवार शाम जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने जिला बाढ़ योजना समिति की इमरजेंसी बैठक कर अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
ग्राम स्तर पर बनाई जाए टीमें
स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर
सीएमओ को आदेश दिए गए कि सभी शेल्टर होम और बाढ़ शरणालय स्थलों पर स्वास्थ्य टीम तैनात की जाए। एंबुलेंस, डॉक्टर, एंटी-स्नेक वेनम और दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित हो। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एंटी-लार्वा छिड़काव भी किया जाए।
खतरे के स्तर तक पहुंच सकता है यमुना का जलस्तर
डीएम ने कहा कि 4 से 6 सितंबर 2025 के बीच यमुना का जलस्तर पीक/डेंजर लेवल तक पहुंच सकता है। ऐसे में सभी उपजिलाधिकारी अपने क्षेत्रों में परिवारों और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराने की तैयारी करें। भोजन, पानी और रहने की व्यवस्था समय से सुनिश्चित की जाए।
10 हजार पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का लक्ष्य
जिलाधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष 2023 में लगभग 5 हजार पशुओं को बाढ़ क्षेत्र से निकाला गया था, जबकि इस बार 10 हजार पशुओं को शिफ्ट करने का लक्ष्य रखा गया है।
पुलिस को अलर्ट
एसएसपी श्लोक कुमार ने निर्देश दिए कि नावों व स्टीमर में बेसिक सेफ्टी इक्विपमेंट अनिवार्य हों। पुलिस विभाग को सड़कों और बाढ़ग्रस्त इलाकों में बैरिकेडिंग करने और वाहनों का आवागमन रोकने के आदेश दिए गए।
बैठक में मौजूद रहे
बैठक में एडीएम वित्त एवं राजस्व पंकज कुमार वर्मा, एडीएम प्रशासन अमरेश कुमार, सीएमओ डॉ. संजीव यादव, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव जे जैन, एसडीएम प्रजाक्ता त्रिपाठी, रितु सिरोही, वैभव गुप्ता समेत कई विभागों के अधिकारी शामिल रहे।
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