संभल में तालाब की जमीन पर अवैध निर्माण का खुलासा: 80 मकानों और एक मस्जिद पर लगे लाल निशान, मचा हड़कंप

Sambhal News: संभल नगर के हातिम सराय इलाके में तालाब की भूमि पर अवैध निर्माण के मामले में प्रशासन ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की। तहसीलदार धीरेंद्र सिंह अपनी टीम और लेखपालों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से जमीन के दस्तावेज़ मांगे, लेकिन किसी के पास भी स्वामित्व का प्रमाण नहीं मिला। इसके बाद प्रशासन ने सभी अतिक्रमित स्थलों को लाल निशान से चिह्नित कर दिया।
लाल निशान से चिह्नित मकानों में मस्जिद भी शामिल

80 लोगों को पहले ही मिल चुका था नोटिस
प्रशासन की ओर से शनिवार को लगभग 80 लोगों को नोटिस जारी किए गए थे, जिन पर तालाब की भूमि पर कब्जा कर निर्माण करने का आरोप था। नोटिस में संबंधित लोगों को 15 दिन के अंदर भूमि स्वामित्व से जुड़े प्रमाण पेश करने का आदेश दिया गया था। अधिकारियों का कहना है कि अधिकांश लोगों ने कोई भी दस्तावेज़ या लिखित जवाब प्रस्तुत नहीं किया।
मौके पर पहुंची टीम को नहीं मिला कोई दस्तावेज़
तहसीलदार धीरेंद्र सिंह ने बताया कि मंगलवार को जब वह और उनकी टीम मौका मुआयना करने पहुंचे, तो वहां मौजूद लोगों से भूमि की खरीद से जुड़े साक्ष्य मांगे गए। लेकिन किसी ने भी न तो बिक्री दस्तावेज़ दिखाए, न ही जमीन के मालिक का नाम बताया। इसके बाद टीम ने वहां मौजूद सभी निर्माणों पर लाल निशान लगवा दिए ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति न रहे।
लोगों को दिया गया अंतिम मौका जवाब देने का
तहसीलदार ने स्पष्ट किया कि संबंधित व्यक्तियों को अब भी मौका दिया गया है कि वे तहसील कार्यालय जाकर लिखित में अपना जवाब दें और बताएं कि यह जमीन उन्होंने किससे खरीदी थी तथा विक्रेता का स्वामित्व वैध था या नहीं। अगर निर्धारित समय में कोई जवाब नहीं मिला, तो प्रशासन विधिक कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
प्रशासन की सख्ती से इलाके में मची हलचल
लाल निशान लगने के बाद इलाके में तनाव और खलबली का माहौल है। स्थानीय लोगों में भय है कि आने वाले दिनों में प्रशासन बुलडोज़र कार्रवाई भी कर सकता है। वहीं, राजस्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई केवल सरकारी और तालाब की भूमि को मुक्त कराने के लिए की जा रही है, इसमें किसी धर्म या समुदाय से जुड़ी भावना को ठेस पहुँचाने का उद्देश्य नहीं है।