फर्जी बैंक गारंटी केस पर रिलायंस पावर की सफाई: कंपनी ने कहा - अमर नाथ दत्ता से कोई संबंध नहीं, ईडी कार्रवाई का कोई असर नहीं पड़ेगा
Business news: फर्जी बैंक गारंटी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई कार्रवाई पर रिलायंस पावर लिमिटेड (RPL) ने आधिकारिक बयान जारी किया है। कंपनी ने शनिवार को शेयर बाजार को जानकारी देते हुए कहा कि गिरफ्तार किए गए अमर नाथ दत्ता का कंपनी से कोई संबंध नहीं है।
RPL का स्पष्ट बयान - अमर नाथ दत्ता न कंपनी से जुड़े हैं
जालसाजी की साजिश का शिकार हुई कंपनी RPL ने किया खुलासा
कंपनी ने कहा कि रिलायंस पावर लिमिटेड, उसकी सहायक कंपनी रिलायंस एनयू बीईएसएस लिमिटेड और उनके कर्मचारी ईमानदारी से काम कर रहे हैं। वे इस पूरे प्रकरण में जालसाजी और धोखाधड़ी की साजिश का शिकार हुए हैं। कंपनी ने भरोसा जताया कि जांच एजेंसियां सच्चाई तक पहुंचेंगी और वास्तविक दोषियों को सजा मिलेगी।
मीडिया रिपोर्टों पर भी सफाई -अनिल अंबानी को गलत तरीके से जोड़ा गया
RPL ने मीडिया में चल रही खबरों पर भी प्रतिक्रिया दी। कंपनी ने कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने अनिल अंबानी को गलत संदर्भ में जोड़ा है, जबकि वह पिछले साढ़े तीन सालों से रिलायंस पावर लिमिटेड के बोर्ड में नहीं हैं। इसलिए इस प्रकरण में उनका कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं है।
ईडी ने 6 नवंबर को की थी गिरफ्तारी
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 6 नवंबर 2025 को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के प्रावधानों के तहत अमर नाथ दत्ता को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने यह कार्रवाई कथित फर्जी बैंक गारंटी और वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में की थी।
