नोएडा। शेयर मार्केट में निवेश कराकर लाभ कमाने के नाम पर पूरे देश में लगभग 35 करोड़ रूपए से ज्यादा की धोखाधड़ी व ठगी करने वाले चाइनीज साइबर ठगों से जुडे 4 शातिर बदमाशों को थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस ने शानिवार को किया गिरफ्तार। इन बदमाशों के खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर अभी तक उक्त घटनाओं मे प्रयुक्त बैंक खातों के विरुद्ध पूरे भारत वर्ष में अलग- अलग राज्यों में कुल 43 शिकायते दर्ज होने का मामला सामने आया है।
अपर पुलिस उपायुक्त साइबर क्राइम शैव्या गोयल ने बताया कि बीते 3 दिसबंर 2025 को इंद्रपाल चौहान पुत्र प्रताप सिंह चौहान निवासी सेक्टर-47 ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी उनके साथ शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर लाभ कमाने के नाम पर 12 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई है।
उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर विभिन्न मामलों में मुकदमा पंजीकृत किया गया था, जिसमें साइबर अपराधी द्वारा वादी को शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट कर लाभ कमाने के नाम पर 12 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गयी। विवेचना में त्वरित कार्यवाही करते हुए धोखाधड़ी मे लिप्त संदिग्ध बैंक खातों को तत्काल फ्रीज कराया गया।
जांच के दौरान खाताधारक अर्जुन सिंह के द्वारा बताया गया कि वह पंकज गुप्ता के कहने पर रूपेन्द्र और तेजपाल के संपर्क मे आया, अभियुक्तगण रूपेन्द्र और तेजपाल स्थानीय लोगों को कमीशन देने के नाम पर उनकी जीएसटी तथा उद्यम प्रमाण-पत्र बनवाकर फर्म खुलवाते हैं, फिर उनका करंट बैंक खाता खुलवाते हैं। अभियुक्त तेजपाल के कहने के नाम पर रूपेन्द्र खाताधारक को अपने साथ मुंबई ले जाता है, फिर अन्य साथियों की मदद से विभिन्न बैंक खातों मंे घटना से संबंधित धोखाधड़ी की धनराशि की स्थानांतरित करते हैं। उन्होंने बताया कि धोखाधड़ी मे प्रयुक्त बैंक खाते में आई धनराशि का 7 से 10 प्रतिशत नकद प्राप्त कर अभियुक्त तेजपाल अपने पास रख लेता हैं एवं 3 से 5 प्रतिशत खाताधारकों एवं मिडीएटर को दे देता हैं।
एडीसीपी ने बताया कि विवेचना के दौरान पाया गया है कि उक्त गैंग द्वारा लगभग 50 से 60 बैंक खाते धोखाधड़ी में प्रयोग करने के लिए खुलवाए गए हैं। अभियुक्त लगभग 1 वर्ष से साइबर अपराधों में लिप्त है तथा देश के विभिन्न राज्यों मे इनके विरुद्ध शिकायते दर्ज हैं। घटना में लिप्त अन्य अपराधियों के गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।