एनसीआर में एक हफ्ते तक रहेगा बारिश का असर, पश्चिमी विक्षोभ बना कारण

नई दिल्ली। एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से लगातार मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले एक हफ्ते तक यहां बारिश और गरज-चमक का दौर जारी रहने की संभावना है।
यूपी में मुज़फ्फरनगर समेत 17 जिले बाढ़ की चपेट में, 2.45 लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर, राहत कार्य जारी
मुजफ्फरनगर में भाजपा मंडल अध्यक्ष के भाई को पुलिस द्वारा गोली मारने के मामले में जाँच समिति गठित, 3 दिन में होगा फैसला
वहीं, ह्यूमिडिटी 95 से 99 प्रतिशत तक पहुंच सकती है, जिसके चलते उमस भी महसूस होगी। दिल्ली-एनसीआर में इस समय "थंडरस्टॉर्म विद रेन" (गरज के साथ छींटे) की स्थिति बनी हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने कोई औपचारिक चेतावनी जारी नहीं की है। बिना किसी चेतावनी के भी कई इलाकों में अचानक तेज बारिश, गरज और बिजली गिरने की आशंका बनी रहती है।
मुजफ्फरनगर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, शहर में पैथोलॉजी सेंटर बिना लाइसेंस सील
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय हो रही बारिश सामान्य मानसून की गतिविधि से थोड़ी अलग है, क्योंकि इसमें पश्चिमी विक्षोभ की भी अहम भूमिका है। सामान्य तौर पर मानसून की हवाएं अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आती हैं, जिससे भारत में बारिश होती है। लेकिन जब इसमें पश्चिमी विक्षोभ का मेल हो जाता है तो बारिश का स्वरूप और तीव्र हो जाता है।
केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: 27 अप्रैल 2026 से बर्थ सर्टिफिकेट हर सरकारी काम के लिए अनिवार्य
यही कारण है कि दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में लगातार बारिश देखी जा रही है। बारिश के कारण जहां तापमान में गिरावट से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिल रही है, वहीं जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं कई तरह की दिक्कतें पैदा कर रही हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और बारिश के दौरान सावधानी बरतें।