बिहार विधानसभा चुनाव 2025: केशव प्रसाद मौर्य ने महागठबंधन को 'लठबंधन, ठगबंधन और हठबंधन' कहा


उन्होंने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के जरिए कहा कि महागठबंधन का एनडीए से कोई मुकाबला नहीं है, क्योंकि बिहार में विकास का चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, जो 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के मंत्र पर आगे बढ़ रहे हैं। मौर्य ने दावा किया कि इस साल नवंबर महीने में शुरू हो रहे विधानसभा चुनाव में फिर से 2010 जैसा इतिहास दोहराया जाएगा और एनडीए भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगा। मौर्य ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और राज्य दोनों ने विकास के नए आयाम छुए हैं।
इससे पहले 22 अक्टूबर को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने बुधवार को महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि महागठबंधन ने उम्मीदवारों के चयन और सीट बंटवारे को जिस तरह से संभाला है, उससे बिहार की जनता के सामने उसका असली चेहरा उजागर हो गया है। यह गठबंधन अब 'महा-लठबंधन' बन चुका है, जो लाठी-डंडों और अराजकता फैलाने वालों का समूह है। जायसवाल ने कहा कि महागठबंधन की राजनीति अब विकास से भटककर अराजकता की राह पर चली गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पाने के लिए यह दल एक-दूसरे के विरोधी विचारों को भी नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "बिहार के लोग अब समझ चुके हैं कि इस गठबंधन में जनता का नहीं, बल्कि कुर्सी का हित सबसे बड़ा है।" बिहार में इस बार दो चरणों में चुनाव होने हैं। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वहीं, 14 नवंबर को वोटों की गिनती होगी और बिहार चुनाव 2025 के नतीजे सामने आ जाएंगे। लेकिन, चुनाव से पहले नेताओं का आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
