कंगना रनौत बोलीं - मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं किसान आंदोलन विवाद पर बठिंडा कोर्ट में दी सफाई
Punjab News: हिमाचल प्रदेश की मंडी से सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत सोमवार सुबह बठिंडा की अदालत में पेश हुईं। कोर्ट में उनकी पेशी को लेकर पूरे परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सुबह से ही पुलिस बल तैनात रहा और अदालत परिसर के आसपास आम लोगों की आवाजाही सीमित की गई। कंगना जैसे ही कोर्ट में पहुंचीं, समर्थकों और विरोधियों दोनों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे माहौल कुछ समय के लिए तनावपूर्ण हो गया।
कंगना बोलीं - मेरे शब्दों का गलत मतलब निकाला गया
मेरे खिलाफ माहौल बनाया गया
कंगना ने बठिंडा कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जानबूझकर उनके बयान को विवाद का रूप दिया गया ताकि पंजाब में उनके खिलाफ माहौल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि “मेरे विरोध को राजनीतिक रंग दिया गया, जबकि मेरी मंशा कभी किसी समुदाय या आंदोलन को आहत करने की नहीं थी।” अदालत में उन्होंने शांत स्वभाव में बयान दिया और कहा कि सोशल मीडिया पर कई लोगों ने मेरी बात को संदर्भ से बाहर कर फैलाया।
किसान आंदोलन की टिप्पणी पर हुआ था विवाद
किसान आंदोलन के दौरान कंगना रनौत ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा किया था, जिसमें उन्होंने 80 वर्षीय महिला किसान महिंदर कौर को शाहीन बाग आंदोलन की बुजुर्ग कार्यकर्ता बिलकिस बानो समझ लिया था। उस पोस्ट के बाद पंजाब में जबरदस्त विवाद खड़ा हो गया और कई संगठनों ने उनके खिलाफ आपत्ति जताई। बाद में कंगना ने पोस्ट हटाने और खेद जताने की बात भी कही, लेकिन मामला कोर्ट तक पहुंच गया। अब कंगना ने अदालत में जाकर खुलकर कहा कि “यह एक इंसानी भूल थी, न कि किसी का अपमान करने की कोशिश।
संवेदनशील मुद्दे पर कंगना का रवैया
कंगना रनौत ने कहा कि वह किसानों का सम्मान करती हैं और किसी भी आंदोलन को कमतर दिखाने का उनका इरादा नहीं था। उन्होंने कहा कि “मैंने हमेशा देश के किसानों को राष्ट्र की रीढ़ माना है। हालांकि, सोशल मीडिया पर मेरी एक गलती को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया और तब से मुझे गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।” कंगना ने कोर्ट से आग्रह किया कि उनके शब्दों को उनके वास्तविक संदर्भ में देखा जाए, न कि एक राजनीतिक अभियान के हिस्से के रूप में।
