राजस्थान में सोने की नई खोज: बांसवाड़ा में मिला 1.20 टन सोना, खनन से रोजगार और अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
Rajasthan News: राजस्थान में सोने का एक नया भंडार सामने आया है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था और खनन उद्योग के लिए बड़ी संभावनाएं खोल सकता है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग (जीएसआई) की प्रारंभिक जांच में बांसवाड़ा जिले के कांकरिया क्षेत्र के चार गांवों में लगभग 1.20 टन सोने के भंडार होने का अनुमान लगाया गया है। साथ ही, इस क्षेत्र में तांबा, कोबाल्ट और अन्य खनिजों के भंडार होने के भी संकेत मिले हैं।
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तीन साल में पूरा होगा सर्वे
बांसवाड़ा के कांकरिया, देलवाड़ा रावना, देलवाड़ा और डूंगरियापाड़ा में गहन जांच तीन साल के भीतर पूरी होने की उम्मीद है। इस सर्वे में न केवल सोने की मात्रा और गुणवत्ता का आंकलन किया जाएगा, बल्कि तांबे और कोबाल्ट के संभावित भंडार की भी जानकारी जुटाई जाएगी। इससे खनन उद्योग को नई दिशा और प्रोत्साहन मिलेगा।
राजस्थान बनेगा देश का दूसरा लगातार सोना उत्पादन करने वाला राज्य
बांसवाड़ा में सोने के इस नए भंडार के बाद राजस्थान देश में दूसरा ऐसा राज्य बन जाएगा, जहां लगातार सोना निकलेगा। वर्तमान में कर्नाटक के हुट्टी और कोलार गोल्ड फील्ड में खनन जारी है। राजस्थान के इस क्षेत्र से सोने का उत्पादन शुरू होने पर राज्य की कुल सोने में हिस्सेदारी 25 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी।
बांसवाड़ा में रोजगार और आर्थिक विकास के नए अवसर
बांसवाड़ा अरावली पर्वतमाला से जुड़ा क्षेत्र है और यहां पांच हजार साल पुरानी भूवैज्ञानिक संरचनाएं मौजूद हैं। क्षेत्र में मार्बल खनन के साथ अब सोने के भंडार मिलने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसके अलावा, खनन उद्योग में निवेश और नई कंपनियों की भागीदारी से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे।
