एम-पैक्स सदस्यता महाअभियान-2025: पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने भरा जोश, मुजफ्फरनगर के लिए 35 हजार नए सदस्यों का लक्ष्य

मुजफ्फरनगर। सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जे.पी.एस. राठौर के कुशल मार्गदर्शन में 12 सितंबर से 12 अक्टूबर 2025 तक चलाए जा रहे एम-पैक्स सदस्यता महाअभियान-2025 को गति देने के लिए जिला सहकारी बैंक मुजफ्फरनगर मुख्यालय पर एक बड़ी कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह अभियान उत्तर प्रदेश सहकारिता विभाग द्वारा चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बहुद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समितियों (एम-पैक्स) की सदस्य संख्या बढ़ाकर अधिक किसानों और ग्रामीणों को सहकारी तंत्र से जोड़ना है। बैंक के युवा चेयरमैन ठा. रामनाथ सिंह के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यशाला में केंद्र सरकार के पूर्व राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. सुधीर सैनी ने की।
जिला सहकारी बैंक मुख्यालय पहुंचने पर बैंक चेयरमैन ठा. रामनाथ सिंह के साथ सभी बैंक संचालकों तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने डॉ. संजीव बालियान और डॉ. सुधीर सैनी का भव्य स्वागत किया। सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पटका, शाल तथा प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम में जनपद मुजफ्फरनगर की सभी प्राथमिक सहकारी समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सहकारिता विभाग द्वारा नामित पैक्स संयोजकों ने भाग लिया। बैंक सचिव राजेश कुमार तथा एआर कोआपरेटिव अरिमर्दन सिंह ने भी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
खचाखच भरे सभागार में बैंक चेयरमैन ठा. रामनाथ सिंह ने पूरे प्रदेश में चलाए जा रहे महासदस्यता अभियान की आवश्यकता एवं सार्थकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पैक्स सदस्यता अभियान किसी विशेष सरकार का नहीं, बल्कि सहकारिता का है, जिसमें सभी किसानों का हित निहित है। जनपद मुजफ्फरनगर के लिए 35 हजार नए सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा, "हम प्रत्येक गांव के अंतिम छोर तक पहुंचकर जन-जन का सहयोग प्राप्त करेंगे और इस लक्ष्य की पूर्ति में सफल होंगे।" पिछले वर्ष के अभियान में उत्तर प्रदेश में 30 लाख से अधिक नए सदस्य बने थे, जिसमें 17.33 लाख किसान शामिल थे।
मुख्य अतिथि डॉ. संजीव बालियान ने सहकारी आंदोलन की अपार क्षमता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सहकारिता किसानों व ग्रामीण जनता के लिए वह कर सकती है, जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। गुजरात के बनासकांठा की बनास कोआपरेटिव डेयरी का उदाहरण देते हुए बताया कि इसका टर्नओवर 16-17 हजार करोड़ रुपये है, और इसके मालिक वे ग्रामीण सदस्य हैं जो पशुपालन कर दूध की आपूर्ति करते हैं। दूध बिक्री के अलावा डेयरी लाभ से प्रत्येक सदस्य को इंसेंटिव भी देती है, जिसमें किसी किसान को एक करोड़ रुपये तक का लाभ मिल चुका है।
डॉ. बालियान ने अपनी पहल पर चार वर्ष पूर्व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छह जिलों को मिलाकर गठित हरित प्रदेश मिल्क कोआपरेटिव सोसायटी का जिक्र किया। मात्र 500 रुपये देकर सदस्य बने थे, आज इसकी सदस्य संख्या 1.25 लाख से अधिक है और टर्नओवर 500 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। उन्होंने आह्वान किया कि सहकारिता ग्रामीण क्षेत्र के सभी किसानों, छोटे उद्यमियों और कुटीर उद्योगों में लगे लोगों की आर्थिक उन्नति का माध्यम है। इसलिए अधिक से अधिक लोग पैक्स की सदस्यता ग्रहण करें। उन्होंने 2019 में केंद्र में अलग सहकारिता मंत्रालय गठन के बाद आए बदलाव का उल्लेख किया। सरकार ने 2 लाख नई पैक्स गठन का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिससे किसानों को ऋण, उर्वरक व बीज के लिए दूर न जाना पड़े।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. सुधीर सैनी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए महासदस्यता अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य विपिन त्यागी, मोनू प्रग्नान कुरथल, प्रमोद कुमार तथा अभिषेक गुज्जर के अलावा बैंक संचालकगण सर्वश्री राजू अहलावत, अमित चौधरी, ब्रिजेंद्र सिंह मलिक, इंद्रपाल सिंह, आशीष त्यागी, अनार सिंह, दिनेश गोयल तथा पकज पाल विशेष रूप से उपस्थित रहे।
यह कार्यशाला एम-पैक्स अभियान को जन-जन तक पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होगी। अभियान के तहत डिजिटल पोर्टल और टोल-फ्री नंबर (1800212884444) के माध्यम से सदस्यता आसान बनाई गई है। जिले में लक्ष्य की पूर्ति के लिए गांव-गांव में जागरूकता अभियान तेज हो गया है।