मुजफ्फरनगर में समर्पण संस्था की काव्य गोष्ठी में कवियों-शायरों ने बांधा समां

मुजफ्फरनगर। हिंदी और उर्दू साहित्य को समर्पित संस्था ‘समर्पण’ द्वारा आयोजित रचनात्मक काव्य गोष्ठी का भव्य आयोजन साकेत कॉलोनी में डॉ. सहदेव सिंह आर्य के निवास पर संपन्न हुआ। इस गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ गीतकार ईश्वर दयाल गुप्ता ने की, जबकि संचालन डॉ. आस मोहम्मद अमीन ने किया। मुख्य अतिथि जनाब तहसीन कमर असारवी, संरक्षक अब्दुल हक सहर, योगेंद्र सोम, और उपाध्यक्ष सलामत राही की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को और उत्कृष्ट बनाया।
गोष्ठी में नवांकुर कवि-कवयित्रियों में दिग्गज सिंह सूफी, अंजली उत्तरेजा, और टिमसी ठाकुर ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं। वरिष्ठ कवियों में ईश्वर दयाल गुप्ता, रामकुमार रागी, अब्दुल हक सहर, हाजी सलामत राही, सुशीला शर्मा, कमला शर्मा, विजया गुप्ता, योगेंद्र सोम, समीर कुलश्रेष्ठ, डॉ. आस मोहम्मद अमीन, जनाब तहसीन कमर असारवी, सुशील सिंह, कर्म वीर सिंह, योगेश सक्सेना, और सुनीता मलिक सोलंकी ने अपनी कविताओं और शायरी से समां बांधा।
संस्था की सचिव सुनीता मलिक सोलंकी ने बताया कि समर्पण संस्था हिंदी और उर्दू साहित्य को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस काव्य गोष्ठी ने साहित्य प्रेमियों को एक मंच पर लाकर उनकी रचनात्मकता को निखारा। आयोजन में कवियों और शायरों की विविध रचनाओं ने सामाजिक, सांस्कृतिक, और भावनात्मक मुद्दों को छुआ, जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा।
मुख्य अतिथि तहसीन कमर असारवी ने कवियों की रचनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन साहित्य और संस्कृति को जीवंत रखते हैं। संरक्षक अब्दुल हक सहर और योगेंद्र सोम ने भी समर्पण संस्था के प्रयासों को सराहा और साहित्य के प्रचार-प्रसार में इसके योगदान की प्रशंसा की।
मुजफ्फरनगर के साहित्य प्रेमियों ने इस आयोजन को सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बताया। स्थानीय लोगों ने कहा कि समर्पण संस्था का यह प्रयास हिंदी और उर्दू साहित्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। आयोजन ने युवा और वरिष्ठ रचनाकारों को एक मंच प्रदान कर साहित्यिक एकता को मजबूत किया।