शामली में रिश्वत न देने पर ARTO ने ट्रक का काटा लाखों का चालान,वीडियो वायरल,चालक ने DM से की शिकायत

शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जनपद में परिवहन विभाग पर भ्रष्टाचार का एक नया आरोप सामने आया है। जम्मू-कश्मीर निवासी ट्रक चालक शब्बीर अहमद और उनके परिचालक गुलजार ने आरटीओ पर रिश्वत न देने पर ढाबे पर खड़े ट्रक का एक लाख रुपये से अधिक का चालान काटने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय में जमकर हंगामा किया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें चालक आरटीओ पर पैसे मांगने का आरोप लगाते दिखाई दे रहे हैं।
शब्बीर अहमद ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि वे जम्मू-कश्मीर से ट्रक में सामान भरकर लखनऊ जा रहे थे। शुक्रवार सुबह मेरठ-करनाल हाईवे पर टोल प्लाजा के पास एक ढाबे पर ट्रक खड़ा कर नहा रहे थे। तभी आरटीओ की गाड़ी रुकी और अधिकारियों ने गाड़ी हटाने को कहा। चालक ने स्पष्ट किया कि कल शाम 5 बजे उन्होंने सरकारी खाते में 19,000 रुपये जमा किए थे, लेकिन ऑनलाइन परमिट सुबह 10 बजे ही जारी हुआ था।
आरटीओ ने परमिट न होने का बहाना बनाकर चालक को गाड़ी में बैठने को कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। आरोप है कि इसके बाद आरटीओ ने "मामला निपटाने" के नाम पर सुविधा शुल्क मांगा। रिश्वत देने से इंकार करने पर उन्होंने ट्रक का भारी भरकम चालान काट दिया। इस दौरान चालक और परिवहन अधिकारियों के बीच जमकर कहासुनी हुई। वायरल वीडियो में चालक आरटीओ पर पैसे मांगने का आरोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं, जबकि आरटीओ कागजात दिखाने की बात कर रहे हैं।
आरटीओ से फोन पर बात करने पर उन्होंने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "ट्रक का परमिट वैलिड नहीं था, इसलिए चालान किया गया। खड़ी गाड़ी का चालान या रिश्वत मांगने का आरोप पूरी तरह निराधार है। चालान से ठीक पहले यह ट्रक टोल प्लाजा से गुजरा था, जो सीसीटीवी फुटेज में कैद है।" उन्होंने जांच की मांग की है।
ट्रक चालक और परिचालक कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा। उन्होंने आरटीओ के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर हड़कंप मचा दिया है और परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।