शामली में तीन माह से महिलाओं व बच्चों को नहीं मिल रहा पोषाहार, ग्रामीण महिलाओं ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि पिछले तीन महीने से आंगनबाड़ी स्कूल न तो आ रही है और न ही महिलाओं व बच्चों को पोषाहार दिया जा रहा है। जब ग्रामीण महिलाओं ने इसकी शिकायत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से की तो उसने ऊपर से पोषाहार नहीं आने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। महिलाओं को आशंका है कि पोषाहार का गलत उपयोग किया जा रहा है और इसे बेच दिया गया है।
भारत सरकार द्वारा बच्चों और महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार के लिए चलाई जा रही पोषाहार योजना के तहत शामली जिले के थानाभवन क्षेत्र के किशोरपुर गांव में इस महत्वपूर्ण योजना को तार-तार किया जा रहा है। आंगनबाड़ी नीलम ने लगभग तीन महीने से न तो पोषाहार वितरण किया और न ही विद्यालय में उपस्थित हो रही है।
महिलाओं ने बताया कि जब इस बाबत शिकायत की गई तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सिर्फ पोषाहार की कमी की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया। इससे स्पष्ट होता है कि आंगनबाड़ी में गड़बड़ी है।
ग्रामीण महिलाओं ने जिला अधिकारी से मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है ताकि सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंच सके।