शामली। गुरुवार को आशा कार्यकत्रियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सीएमओ कार्यालय पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने सीएमओ कार्यालय से कलक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकालकर अपनी नाराजगी जताई। बाद में आशा कार्यकत्रियों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन एडीएम सत्येंद्र सिंह को सौंपा।
आशा कार्यकत्रियों ने कहा कि वे पिछले लंबे समय से अपने क्षेत्र में कार्य करते हुए अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना कर रही हैं। इसके बावजूद विभागीय स्तर पर उनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ज्ञापन में उन्होंने वेतनवृद्धि की मांग की। कहा कि वर्तमान में उन्हें बहुत कम मानदेय दिया जाता है, जबकि कार्यभार अत्यधिक है। ऐसे में आशा कार्यकत्रियों को कम से कम 30 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाए। उन्होंने कहा कि समाज और विभाग में आशा कार्यकत्रियों को सम्मानजनक स्थान नहीं मिलता। इसलिए उन्हें राज्य कर्मचारियों का दर्जा दिया जाए, जिससे उन्हें सामाजिक और प्रशासनिक सम्मान मिल सके।
रात्रिकालीन ड्यूटी समाप्त करने की मांग की। कहा कि ड्यूटी केवल दिन के समय तक सीमित की जाए। कहा कि विभाग द्वारा उनसे ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन कार्य भी कराया जा रहा है, जो उनके कार्यक्षेत्र में नहीं आता। अतः उनसे केवल ऑफलाइन कार्य ही लिया जाए।
उन्होंने कहा कि मृत्युदर और शिशु मृत्युदर संबंधी कार्यों के अलावा विभाग आरसीएच रजिस्टर और पोर्टल पर ऑनलाइन डेटा अपलोड कराने जैसे अतिरिक्त कार्य करवा रहा है, जबकि यह कार्य उनके दायरे से बाहर है।उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगी। इस अवसर पर राजकुमारी, रीनु, कविता, बबीता, शर्मिष्ठा, कुसुम, सोनिया, ममता, गीता, ज्योति, विमलेश, पुष्पा, कविता, राजवती, रेशमा, बेबी, ममता, नजमा, राजेश, सारिका, मिनाक्षी आदि मौजूद रही।