मेरठ में दीवाली से पहले 54 कैफे और फार्महाउस को मिला बार लाइसेंस, अवैध शराब पर लगेगी लगाम

मेरठ। दिवाली से पहले आबकारी विभाग ने 54 कैफे और फार्महाउस को बार का लाइसेंस जारी किया है। बार लाइसेंस से दिवाली के मौके पर अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगेगी। इससे विभाग को करीब 10 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। लाइसेंसों जारी होने के बाद कैफे और फार्म हाउसों में शराब परोसी जा सकेगी।
दिवाली के मौके पर अवैध शराब पर लगाम लगाने के लिए जिला आबकारी विभाग ने 54 वैकल्पिक (इवेंट बार) लाइसेंस जारी किए हैं। जिससे कि अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाई जा सके। इन लाइसेंसों को उन्हीं स्थानों पर जारी किया है। जहां पिछले वर्ष अवैध शराब की बिक्री मिली थी।

जिला आबकारी अधिकारी प्रदीप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि त्यौहार के मौके पर हर साल शराब माफिया सक्रिय हो जाते हैं। ये शराब माफिया अवैध तरीके से शराब बेचते हैं। कई बार जानमाल का नुकसान भी होता है। आबकारी विभाग ने इस बार रणनीति बदलते हुए मेरठ में ऐसे 54 प्रतिष्ठानों को लाइसेंस जारी कर दिए हैं। जिनमें होटल, कैफे और फार्म हाउस शामिल हैं। इन स्थानों पर अब एक दिन के लिए वैध रूप से शराब परोसी जा सकेगी।
जिला आबकारी अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि एक दिन की अनुमति के लिए प्रत्येक संस्था को 11 हजार रुपये शुल्क जमा करना होता है। मेरठ के चारों सेक्टरों में सबसे अधिक बार लाइसेंस सेक्टर एक में 13, सेक्टर दो से 20, सेक्टर तीन से नौ और सेक्टर चार से 11 जारी किए गए हैं। सर्किल तीन में दो प्रतिष्ठानों को अनुमति दी है। सभी लाइसेंसधारकों को शराब की खरीद और बिक्री का पूरा रिकॉर्ड डिजिटल पोर्टल पर अपलोड करना जरूरी होगा।