आईपीएस पूरण कुमार को मुजफ्फरनगर में दी गई श्रद्धांजलि, सीबीआई जांच की उठी मांग

मुजफ्फरनगर। हरियाणा में जातीय प्रताड़ना से आहत होकर आत्महत्या करने वाले आईपीएस अधिकारी पूरण कुमार को श्रद्धांजलि देने के लिए बुधवार को मुजफ्फरनगर में भीमराव अंबेडकर पार्क में शोक सभा आयोजित की गई। कार्यक्रम का आयोजन समाजसेवी गुरु गौहर वाल्मीकि के नेतृत्व में किया गया, जिसमें दलित समाज सहित बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया और दिवंगत अधिकारी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

समाजसेवी गुरु गौहर वाल्मीकि ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूरण कुमार एक ईमानदार, निष्ठावान और कर्तव्यपरायण अधिकारी थे, जिन पर कभी किसी प्रकार के भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा। उन्होंने कहा कि जातीय भेदभाव और सामाजिक उत्पीड़न के कारण उन्होंने यह कठोर कदम उठाया, जो न केवल प्रशासनिक व्यवस्था बल्कि समाज के लिए भी चिंताजनक है।
गौहर वाल्मीकि ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा है। ज्ञापन में इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने, दोषियों को सख्त सजा देने, पूरण कुमार के परिवार को आर्थिक मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है।
सिटी मजिस्ट्रेट मुजफ्फरनगर स्वयं इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे और उन्होंने ज्ञापन प्राप्त कर यह आश्वासन दिया कि समाज की मांगों को उचित माध्यम से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्राचार के जरिए प्रेषित किया जाएगा।
श्रद्धांजलि सभा में दलित समुदाय के नेताओं, युवाओं, छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों की उपस्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह केवल एक अधिकारी की मौत नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय की लड़ाई है जिसे अब नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।