मेरठ में फायरिंग की घटना का खुलासा: पुलिस ने आरोपी को मुठभेड़ में किया गिरफ्तार,कब्जे से असलाह और कारतूस बरामद
मेरठ। थाना हस्तिनापुर व स्वाट टीम देहात की संयुक्त कार्रवाई में गांव पाली में हुई फायरिंग की घटना का आरोपी आशीष उर्फ मास्टर गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की निशानदेही पर असलाह बरामदगी के दौरान उसने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। जिस पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड के दौरान आशीष के पैर में गोली लगी है।
उसके कब्जे से एक तमंचा 315 बोर मय एक खोखा कारतूस व एक जिन्दा कारतूस बरामद किया गया है। थाना हस्तिनापुर के गांव पाली में हुई फायरिंग की घटना की एसएसपी ने गंभीरता से लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। एसपी देहात के निर्देशन व सीओ मवाना के पर्यवेक्षण में थाना पुलिस व स्वाट टीम देहात ने फायरिंग की घटना में फरार युवक आशीष उर्फ मास्टर को गिरफ्तार किया था।
रात्रि में आरोपी आशीष उर्फ मास्टर पुत्र चमन सिंह निवासी ग्राम पाली थाना हस्तिनापुर को घटना में प्रयुक्त असलाह की बरामदगी के लिए उसके बताये अनुसार सैफपुर से गणेशपुर जाने वाले रास्ते पर आम के बाग के पास पहुंचे। इस दौरान आरोपी आशीष उर्फ़ मास्टर द्वारा अचानक मौका पाकर पेड की आड से तमंचे से पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर किया। पुलिस टीम द्वारा की गयी जवाबी कार्रवाई में आशीष के बांये पैर के घुटने के नीचे गोली लगने से घायल हो गया। जिसे घायल अवस्था में इलाज हेतु सीएचसी हस्तिनापुर भिजवाया गया है।
वादी सतेन्द्र कुमार पुत्र तेजपाल निवासी ग्राम पाली थाना हस्तिनापुर ने सूचना दी कि दिनांक 22 अगस्त को ग्राम के प्राथमिक विद्यालय में सरकारी कार्य चल रहा था। जिसमें मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान गांव के आशीष उर्फ मास्टर पुत्र चमन सिंह व गृह उर्फ शिवम पुत्र सरजीत व कालू उर्फ प्रिंस नि0 ग्राम दरियापुर थाना हस्तिनापुर वादी के पास आए और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली गलौज करने लगे।
उन्होंने वादी व उसके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी और मारपीट भी की। उक्त घटना के संबंध में थाना हस्तिनापुर में मु0अ0सं0 209/2025 पूर्व से पंजीकृत है।
इसके बाद दिनांक 6 नवंबर को वादी का भाई लोकेन्द्र बाइक से घर लौट रहा था। तभी आशीष उर्फ मास्टर पुत्र चमन सिंह निवासी ग्राम पाली थाना हस्तिनापुर जनपद मेरठ, आकाश पुत्र सतीश निवासी ग्राम पाली थाना हस्तिनापुर तथा उनके साथ आए तीन व्यक्ति ने जाति सूचक शब्द कहते हुए गाली गलौज की और लोकेन्द्र पर जान से मारने की नीयत से फायर किया। जिससे वह बाल-बाल बचा।
