मेरठ नगली अब्दुल्ला में नैनो उर्वरक जागरूकता गोष्ठी, किसानों को मिली आधुनिक खेती की जानकारी
10.png)
मेरठ। इफको द्वारा नैनो उर्वरक जागरूकता अभियान के अंतर्गत आज ब्लॉक माछरा के गांव नगली अब्दुल्ला में एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में क्षेत्रीय किसानों को नैनो उर्वरकों के उपयोग, लाभ और आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी दी गई।
नैनो उर्वरक के प्रयोग की सलाह:आलू बीज उपचार: 6-8 मिली नैनो डीएपी को 1 लीटर पानी में घोलकर बीज उपचार करें। फसल अवस्था पर स्प्रे:30 दिन पुरानी फसल पर,4 मिली नैनो डीएपी,4 मिली नैनो यूरिया,1 मिली नैनो जिंक प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। बुवाई के समय: परंपरागत दानेदार डीएपी की मात्रा को आधा करने की सलाह दी गई।
सहायक विकास अधिकारी (कृषि) अजीत सिंह ने किसानों को सरसों बीज की मिनी किट हेतु पोर्टल पर पूर्व पंजीकरण करने की जानकारी दी। नैनो उत्पादों के लाभ और प्रयोग की आवश्यकता को विस्तार से समझाया। सहायक विकास अधिकारी (सहकारिता) रणधीर सिंह ने सहकारी समितियों की सदस्यता लेकर लाभ उठाने का आह्वान किया।
कृषक सुहेल (गांव राधना) और कृषक कृष्णवीर त्यागी (नगली अब्दुल्ला) ने नैनो उत्पादों के प्रयोग से उत्पादन में सुधार और उर्वरक लागत में कमी जैसे फायदों को साझा किया। प्रगतिशील किसान धर्मेश प्रधान ने खेती में नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में नगली अब्दुल्ला, माछरा, खंद्रावली, सकुलीपुर, गोविंदपुरी, राधना आदि गांवों से लगभग 70 किसानों ने भाग लिया।