उदयपुर फाइल्स के बाद संभल फाइल्स पर सपा सांसद बर्क का विरोध: कहा- ऐसी फिल्मों पर तुरंत रोक लगनी चाहिए

Sambhal News: उदयपुर फाइल्स के बाद संभल फाइल्स बनने की चर्चाओं पर संभल के सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्मों के निर्माण और प्रदर्शन पर रोक लगनी चाहिए, जो समाज को धर्म और जाति के नाम पर बांटती हैं।
फिल्मों का उद्देश्य समाज में एकता होना चाहिए
अफसोसजनक स्थिति: समाज को बांट रही फिल्में
सांसद बर्क ने कहा कि पहले फिल्में मनोरंजन और सामाजिक सोच को मजबूत करने के लिए बनाई जाती थीं। लेकिन अब राजनीति और धर्म ने फिल्मों में घुसपैठ कर दी है। उदयपुर फाइल्स जैसी फिल्मों का उद्देश्य केवल नफरत फैलाना और लोगों को बांटना है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
सेंसर बोर्ड की जिम्मेदारी पर सवाल
उन्होंने कहा कि यदि पहले की सरकारें और सेंसर बोर्ड ऐसे मामलों में सख्ती दिखाते तो आज ऐसी फिल्में बनाने की हिम्मत कोई नहीं करता। उन्होंने दोहराया कि ऐसी फिल्में जो समाज में वैमनस्य फैलाती हैं, उन्हें रिलीज़ होने से पहले ही सेंसर बोर्ड द्वारा रोक दिया जाना चाहिए। लेकिन अफसोस कि बोर्ड अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभा रहा।
न्यायपालिका पर भरोसा बढ़ा
सांसद बर्क ने कहा कि मौजूदा समय में पुलिस, प्रशासन और सेंसर बोर्ड पर भरोसा करना कठिन हो गया है। अब न्यायपालिका पर ही भरोसा रह गया है। कई बार हमें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। न्यायपालिका को खुद संज्ञान लेकर ऐसे मामलों में हस्तक्षेप करना पड़ता है और देशहित में फैसले लेने पड़ते हैं।
फिल्मों का उद्देश्य होना चाहिए समाज को जोड़ना
सांसद ने स्पष्ट किया कि उन्हें फिल्मों से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उनका उद्देश्य हमेशा समाज को जोड़ने का होना चाहिए। “फिल्म बनाओ, किसने रोका है। लेकिन वह फिल्म समाज में भाईचारा और एकता का संदेश दे, न कि नफरत फैलाए।” उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी फिल्मों से समाज में गलतफहमियां पैदा होती हैं, जिससे हिंसा और तनाव बढ़ता है।