मजदूर ने लगाया श्रम प्रवर्तन अधिकारी पर रिश्वत का आरोप: छत से कूदने की दी धमकी, दोबारा जांच के आश्वासन पर उतारा गया नीचे
Moradabad News: जिला पंचायत परिसर में स्थित श्रम विभाग कार्यालय में गुरुवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब सहडोली, तहसील कांठ निवासी मजदूर लोकेश पुत्र हरस्वरूप अचानक बिल्डिंग की छत पर चढ़ गया और आत्महत्या करने की धमकी देने लगा। वह चिल्ला रहा था कि श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने उससे रिश्वत मांगी और पैसे न देने पर उसका आवेदन निरस्त कर दिया। मजदूर के उग्र तेवर देखते हुए तुरंत फायर ब्रिगेड और सिविल लाइन थाना पुलिस को मौके पर बुलाया गया, लेकिन पुलिस और दमकल कर्मियों को देखकर लोकेश और ज्यादा आक्रामक हो गया और कूदने की चेतावनी देने लगा।
आवेदन निरस्तीकरण पर भड़का मजदूर
फायर ब्रिगेड देखकर और भड़का मजदूर, कूदने की धमकी दोहराई
जैसे ही घटना की जानकारी जिलाधिकारी तक पहुंची, उन्होंने तत्काल फायर ब्रिगेड अधिकारी ज्ञान प्रकाश शर्मा को मौके पर भेजने के निर्देश दिए। लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ी देखते ही लोकेश और उत्तेजित हो गया और दावा करने लगा कि यदि कोई ऊपर आया तो वह नीचे कूद जाएगा। इस दौरान उप श्रमायुक्त दीप्तिमान भट्ट स्वयं छत पर पहुंचे और उसे शांत करने का प्रयास किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि उसके आरोपों और आवेदन की दोबारा जांच कराई जाएगी। बातचीत के दौरान ही पीछे से पहुंचे दमकल कर्मियों ने सावधानी से उसे पकड़ लिया और सुरक्षित नीचे उतार लिया।
उप श्रमायुक्त बोले- योजना में पात्र न होने के कारण आवेदन हुआ था निरस्त
उप श्रमायुक्त दीप्तिमान भट्ट ने बताया कि श्रमिक ने जिस योजना में आवेदन किया था, उसकी जांच में यह पाया गया कि उसने खुद को किसान बताया था, जिसके आधार पर वह मजदूर श्रेणी में पात्र नहीं था और इसलिए आवेदन निरस्त किया गया। इसके अलावा उसने गंभीर बीमारी सहायता योजना में भी आवेदन किया था, जिसमें लगाए गए मेडिकल दस्तावेज फर्जी पाए गए और वह आवेदन भी निरस्त हो चुका था। उन्होंने कहा कि छत पर चढ़कर आत्महत्या की धमकी देना मजदूर की ब्लैकमेलिंग की कोशिश लगती है। फिर भी उसकी संतुष्टि के लिए आरोपों और आवेदन की नई जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
