टमाटर की खेती से एक एकड़ में होगी 4 लाख तक की कमाई, किसानों के लिए सुनहरा अवसर

आज हम आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके खेत को सोने की खान बना सकती है। जी हां हम बात कर रहे हैं टमाटर की खेती की। यह फसल इतनी खास है कि अगर इसका भाव केवल 10 रुपये किलो भी मिले तो किसान भाई एक एकड़ खेत से 4 लाख रुपये तक का शुद्ध लाभ कमा सकते हैं। सुनकर ही खुशी होती है ना तो आइए जानते हैं आखिर कैसे टमाटर की खेती किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है।
टमाटर की खेती का सही समय और फायदे
खाद और उर्वरक का सही उपयोग
टमाटर की खेती में खाद की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। एक एकड़ खेत की तैयारी के समय 5 से 6 ट्रॉली सड़ी हुई पुरानी गोबर की खाद डालना जरूरी है। इससे मिट्टी उपजाऊ बनती है और पौधों की बढ़वार अच्छी होती है। इसके साथ ही रासायनिक खाद का संतुलित उपयोग भी जरूरी है। यदि डीएपी उपलब्ध न हो तो टीएसपी का प्रयोग किया जा सकता है। खाद की मात्रा लगभग डीएपी 50 से 60 किलो एमओपी 35 किलो और यूरिया 20 किलो रखी जानी चाहिए। हालांकि सबसे पहले मिट्टी की जांच जरूर करवा लें ताकि खाद का संतुलन सही बना रहे और उत्पादन अधिक हो।
पौधों की रोपाई और वैरायटी का चुनाव
टमाटर के पौधों की रोपाई उचित दूरी पर करना बेहद जरूरी है ताकि पौधों का विकास अच्छे से हो सके। किसान भाई बेड बनाते समय 4 से 5 फीट की दूरी रखें और पौधों को 1 फीट की दूरी पर लगाएं। इस मौसम में लो टनल विधि से खेती करने पर और भी अच्छे परिणाम मिलते हैं। अगर क्रॉप कवर का इस्तेमाल किया जाए तो फसल और सुरक्षित रहती है और उत्पादन भी बेहतर होता है। वैरायटी की बात करें तो हाइब्रिड टमाटर की किस्में जैसे सेमिनिस की अंसल सक्षम अभिलाष और सिंजेंटा की वैरायटी बहुत लोकप्रिय हैं। वहीं अगर आपके इलाके की मंडी में देसी टमाटर की मांग है तो उसकी खेती भी फायदे का सौदा है।
लाखों की कमाई का सुनहरा मौका
टमाटर की खेती से किसान भाई बंपर मुनाफा कमा सकते हैं। यदि एक एकड़ में 400 क्विंटल तक उत्पादन हो और बाजार में भाव सिर्फ 10 रुपये किलो भी मिले तो किसान को करीब 4 लाख रुपये का शुद्ध लाभ मिल सकता है। यही नहीं कुछ किसान 300 से 600 क्विंटल प्रति एकड़ तक उत्पादन भी ले लेते हैं जिससे मुनाफा और ज्यादा बढ़ जाता है। बस जरूरत है सही समय पर रोपाई करने की पौधों को रोग और कीटों से बचाने की और समय समय पर खेत का निरीक्षण करने की।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न कृषि स्रोतों और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। खेती शुरू करने से पहले किसान भाई स्थानीय कृषि विशेषज्ञ या कृषि विज्ञान केंद्र से सलाह जरूर लें।