मुजफ्फरनगर में भाकियू तोमर की चेतावनी: किसानों की जमीन कब्जाने वाली फैक्ट्री पर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा बड़ा आंदोलन
मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन तोमर के राष्ट्रीय कार्यालय पर आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में किसानों की समस्याओं, विशेष रूप से भूमि विवाद और प्रशासनिक उदासीनता को लेकर गहरा रोष व्यक्त किया गया। बैठक की अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर ने की।
मीडिया से बातचीत करते हुए चौधरी संजीव तोमर ने कहा कि जनपद मुजफ्फरनगर का प्रशासन किसानों की समस्याओं के प्रति पूरी तरह उदासीन बना हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिले में व्यापारियों के हितों को किसानों से ऊपर रखा जा रहा है। किसान अपनी जायज मांगों को लेकर तहसील और जिलाधिकारी कार्यालय के चक्कर लगाकर थक चुके हैं, लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।
कैम्मा कोला फैक्ट्री पर गंभीर आरोप
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ब्लॉक पुरकाजी क्षेत्र का मामला उठाते हुए बताया कि नहर की पटरी पर गांव सुहैड़ी और जमालपुर में स्थित कैम्मा कोला फैक्ट्री द्वारा किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण को लेकर जिला अध्यक्ष निखिल चौधरी के नेतृत्व में 11 किसानों का प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिला था। करीब 45 मिनट चली वार्ता के दौरान जिलाधिकारी ने भूमि को कब्जामुक्त कराने का ठोस आश्वासन दिया था, लेकिन 25 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
उग्र आंदोलन की चेतावनी
चौधरी संजीव तोमर ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि भाकियू तोमर का प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही पुनः जिलाधिकारी से मिलेगा। यदि इस बार भी किसानों को न्याय नहीं मिला, तो संगठन को उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
बैठक के दौरान संगठन को और मजबूत करने के उद्देश्य से नई नियुक्तियां भी की गईं। जनपद बिजनौर के कोमेन्द्र चौधरी को विधि प्रकोष्ठ का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जबकि राजू पठान को संगठन की सदस्यता दिलाई गई।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतिनिधि पवन त्यागी, प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक तोमर, आकिल राणा, जाकिर, हनी बालियान, रवि, अश्वनी, इरशाद, छोटा सहित भारी संख्या में किसान और संगठन के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
