मुजफ्फरनगर अग्निकांड का गमनाक अंत, शुक्रताल में एक साथ जलीं तीन चिताएं, वसुंधरा कॉलोनी के पीड़ितों को दी गई अंतिम विदाई
मुजफ्फरनगर (रॉयल बुलेटिन)। जनपद की वसुंधरा कॉलोनी में सोमवार को हुए हृदयविदारक अग्निकांड का समापन मंगलवार को शुक्रताल के श्मशान घाट पर बेहद गमगीन माहौल में हुआ। यहाँ एक साथ जलती तीन चिताओं—दो सगे भाइयों और उनकी माँ—को देख हर आँख नम हो गई और पूरे क्षेत्र में मातम छा गया।
बड़ी संख्या में पहुंचे गणमान्य लोग अंतिम संस्कार के दौरान परिजनों के साथ-साथ जिले की राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों ने भी भारी संख्या में शिरकत की। इनमें जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल, भाजपा नेता रामकुमार शर्मा, अरुण गोयल, रविन्द्र, भाकियू के मंडल अध्यक्ष योगेश शर्मा, प्रदीप शर्मा सहित प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। सहारनपुर के देवबंद से नायब तहसीलदार राकेश कुमार, राजस्व निरीक्षक संजीव शर्मा व अन्य लेखपालों ने अपने साथी अमित गौड़ को श्रद्धांजलि दी।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ श्मशान घाट पर अमित गौड़ की पत्नी ऋचा और उनकी मासूम बेटियों—अक्षिका व आराध्या—का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजनों ने बताया कि अमित गौड़ देवबंद तहसील में राजस्व निरीक्षक के पद पर तैनात थे, और उनके स्वर्गीय पिता भी इसी पद पर रहे थे। उनके दादा हरिशंकर गौड़ एक स्वतंत्रता सेनानी थे। इस घटना से न केवल मुजफ्फरनगर, बल्कि अमित की ससुराल वजीराबाद (मोरना) में भी शोक की लहर है। इस भयावह हादसे ने पूरे जनपद को हिलाकर रख दिया है। स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों ने पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
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