तमिलनाडु में राकेश टिकैत का हुंकार: किसान आंदोलन को मिला भाकियू का साथ, बोले- 'देश के हर किसान की समस्या एक'
मुजफ्फरनगर/कोयम्बटूर। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और देश के प्रमुख किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत ने किसानों की विभिन्न लंबित मांगों को लेकर तमिलनाडु में चल रहे किसान आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के लिए कोयम्बटूर पहुँचे। उनके साथ भाकियू के उत्तर प्रदेश महासचिव जहीर फारुकी भी मौजूद रहे, जिससे उत्तर और दक्षिण के किसान संगठनों के बीच एक नई एकता का संदेश गया।
'देश के किसी भी किसान की समस्या, पूरे देश की समस्या' एयरपोर्ट पर मीडिया से मुखातिब होते हुए राकेश टिकैत ने स्पष्ट किया कि "देश के किसी भी हिस्से के किसान की समस्या केवल उस राज्य विशेष की नहीं है, बल्कि वह पूरे देश के किसानों की साझा समस्या होती है।" उन्होंने तमिलनाडु के किसानों के संघर्ष की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय किसान यूनियन इस आंदोलन के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। टिकैत ने किसानों की एकता को उनकी सबसे बड़ी ताकत बताते हुए आह्वान किया कि सभी राज्यों के किसान मिलकर अपनी आवाज को सरकार तक प्रभावी ढंग से पहुँचाएँगे।
जायज मांगों पर टिकैत का जोर वरिष्ठ किसान नेता ने जोर देकर कहा कि किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य, सिंचाई की बेहतर व्यवस्था, कर्ज से पूरी राहत और एक स्थायी एवं किसान हितैषी कृषि नीति की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक किसानों की ये जायज मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका संघर्ष और आंदोलन जारी रहेगा।
आंदोलन को नई मजबूती मिलने की उम्मीद तमिलनाडु के किसान नेताओं ने राकेश टिकैत के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के इतने बड़े और प्रभावशाली किसान संगठन का साथ मिलने से उनके आंदोलन को एक नई ऊर्जा और मजबूती मिली है। स्थानीय नेताओं ने उम्मीद जताई कि इस संयुक्त संघर्ष से केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की समस्याओं पर अधिक गंभीरता से विचार करेंगी। राकेश टिकैत के इस दौरे के दौरान विभिन्न किसान संगठनों की कई महत्वपूर्ण बैठकें हुईं, जिनमें आगे की रणनीति पर गहन चर्चा की गई।
