उत्तराखंड में कुदरत का तांडव: बादल फटा, नदियां उफान पर; देहरादून समेत कई इलाकों में मचा हाहाकार

Uttarakhand News: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून इस वक्त कुदरत के कहर से जूझ रही है। सहस्रधारा और कार्लीगाड़ में आधी रात को बादल फटने से लोग नींद से जाग भी नहीं पाए कि पानी और मलबे की तेज धारा ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। इस आपदा में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 12 लोग अब भी लापता हैं।
टौंस नदी में मची तबाही, 12 लोग बहे
आसन नदी और अन्य इलाकों में बढ़ा मौत का आंकड़ा
विकासनगर क्षेत्र में आसन नदी से तीन शव बरामद किए गए। इसके अलावा मोहिनी रोड, भगत सिंह कालोनी, ग्रीन वैली हॉस्टल, मसूरी के बार्लोगंज और ऋषिकेश के 200 बीघा इलाके में भी तबाही के मंजर सामने आए। यहां कुल 06 और लोगों की मौत की पुष्टि हुई। इस तरह देहरादून और आसपास के इलाकों में अब तक 17 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 16 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
प्रशासन और सरकार मोर्चे पर
आपदा के तुरंत बाद प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुट गया। पीड़ितों को प्राथमिक विद्यालय और सहस्रधारा रोड पर अधिग्रहीत होटलों में शिफ्ट किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्य तेज करने और पीड़ितों को हरसंभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए।
सड़कें टूटीं, पुल ढहे और कटा संपर्क
देहरादून-पांवटा साहिब राजमार्ग पर नंदा की चौकी के पास का पुल ढह गया। हरिद्वार राजमार्ग पर लालतप्पड़ के पास एप्रोच रोड बह गई। दिल्ली-देहरादून राजमार्ग मोहंड के पास धंस गया। मसूरी राजमार्ग शिव मंदिर के पास टूट गया। मालदेवता और सहस्रधारा के पास भी पुल ध्वस्त हो गए। तमाम राजमार्ग और छोटे रास्ते क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही ठप हो गई है।