शामली में सिपाही ने गैंग बनाकर किया अपहरण और जबरन कराया बैनामा, भैंसवाल का ग्रामीण ने मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति
शामली: शामली जिले के गांव भैंसवाल निवासी ग्रामीण ने यूपी पुलिस में बतौर सिपाही तैनात गांव के ही एक व्यक्ति पर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीण का आरोप है कि सिपाही ने बागपत जिले से अपने साथियों के गैंग के साथ मिलकर उसका अपहरण किया और नशीली दवाई खिलाकर जबरन तरीके से शामली तहसील में लाकर पौने तीन बीघा जमीन का बैनामा अपनी के नाम करा लिया। ग्रामीण ने बताया कि बड़ौत थाने में मुकदमा दर्ज होने के बावजूद भी पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई नही कर रही है। शिकायकर्ता ने शामली कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित शिकायती पत्र डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए कार्रवाई नही होने के कारण इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है।
गुरूवार को गांव भैंसवाल निवासी ग्रामीण राहुल पुत्र नरेंद्र शामली कलेक्ट्रेट पर पहुंचा। ग्रामीण ने मुख्यमंत्री को संबोधित शिकायती पत्र डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए बताया कि वह बागपत जिले के बड़ौत में बिनौली रोड स्थित वेद विहार में अपने परिवार के साथ रह रहा था। आरोप है कि 13 नवंबर को बडौत से दो गाडियों में सवार होकर आए 6 लोगों ने जबरन उसे गाड़ी में बैठाया और छपरौली रोड स्थित एक मकान में बंधक बनाकर रखा गया।
इसके बाद उसे बागपत जिले के सबका गांव में ले जाया गया और नशीली दवाई खिलाई गई। ग्रामीण ने बताया कि इस दौरान गांव भैंसवाल निवासी रोहित जो यूपी पुलिस में बतौर सिपाही तैनात है, वह मौके पर पहुंचा और सभी लोग उसे ट्रार्चर करते हुए शामली तहसील लेकर आए, जहां पर रोहित ने उसकी पौने तीन बीघा जमीन का बैनामा अपनी पत्नी मीनू के नाम करा लिया। ग्रामीण ने बताया कि बडौत पुलिस द्वारा 15 नवंबर को उसकी शिकायत पर मुकदमा 5 नामजद व 3 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था, लेकिन पुलिस आरोपियों के दबाव में आकर कोई कार्रवाई नही कर रही है। इस संबंध में उसने 21 नवंबर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पर शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नही हो पा रही है।
इच्छा मृत्यु के लिए मांगी अनुमति
शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीण ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए पुलिसकर्मी पर अपहरण, मारपीट, जबरन बैनामा कराने, प्रताड़ित करने, धमकी देने और साक्ष्यों से छेड़छाड़ करने के बावजूद भी कार्रवाई नही होने के कारण आत्महत्या करने के लिए अनुमति प्रदान किए जाने की मांग की है। ग्रामीण ने बताया कि या तो उसकी शिकायत पर शीघ्र उचित निर्णय लेते हुए कार्रवाई की जाए, या उसे इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।
