शामली: ठंड का प्रकोप, शहर में अलाव न होने से राहगीरों और मजदूरों को भारी परेशानी
शामली। जनपद में ठंड ने अब अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। सुबह-शाम सर्द हवाओं के चलने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ठंड बढ़ने के बावजूद शहर के प्रमुख चौराहों, बाजारों व सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे राहगीरों, रिक्शा चालकों, मजदूरों और गरीब तबके के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार को मौसम का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सैल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया। सवेरे के समय ठंड का प्रकोप बढ गया था। सर्द हवाऐं चलने से सुबह-सुबह काम पर निकलने वाले लोग ठिठुरते नजर आए। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, धीमानपुरा फाटक, शिव चौक, हनुमान रोड, फव्वारा चौक, नेहरू मार्केट समेत अन्य इलाकों में अलाव नहीं जलने से लोगों को खुले में ठंड सहनी पड़ रही है। कई लोग मजबूरी में कूड़ा-कचरा या लकड़ी जलाकर हाथ तापते दिखाई दिए। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हर साल नगर पालिका द्वारा ठंड शुरू होते ही अलाव जलाने की व्यवस्था की जाती थी, लेकिन इस बार अभी तक कोई ठोस इंतजाम नजर नहीं आ रहा है।
सबसे अधिक परेशानी ठेले-फड़ लगाने वालों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा चालकों और बेघरों को हो रही है, जो रात खुले आसमान के नीचे बिताने को मजबूर हैं। फिजिशियन डा. रीतिनाथ शुक्ला ने बताया कि ठंड बढ़ने से सर्दी, खांसी, बुखार और सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। नगरवासियों ने नगर पालिका परिषद और जिला प्रशासन से मांग की है कि शहर के सभी प्रमुख स्थानों पर शीघ्र अलाव की व्यवस्था कराई जाए, ताकि ठंड से राहत मिल सके और कोई भी जरूरतमंद ठिठुरने को मजबूर न हो।
