विश्व नंबर 1 कोरिया ने भारतीय युगल को 45 मिनट में दी मात, कोरिया की जोड़ी ने बरकरार रखा दबदबा

China Masters: चाइना मास्टर्स सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय पुरुष युगल सात्विकसाईराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। विश्व की नंबर-1 कोरियाई जोड़ी किम योन हो और सियो सिओंग जाए के खिलाफ 45 मिनट तक चले रोमांचक मुकाबले में भारतीय जोड़ी को 19-21, 15-21 से शिकस्त मिली। एशियाई खेलों की चैंपियन सात्विक-चिराग की उम्मीद थी कि वे खिताबी सूखे को खत्म करेंगे, लेकिन कोरियाई जोड़ी की मजबूत तकनीक और धैर्य ने उनकी राह रोक दी।
बढ़त बनाने के बावजूद मिली हार
कोरियाई जोड़ी की ताकत और अनुभव
किम योन हो और सियो सिओंग जाए ने पहले अन्य टूर्नामेंटों में अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ प्रयोग किया था, लेकिन इस सत्र में फिर से एक साथ खेले। यह जोड़ी 2025 में अपने नौवें फाइनल में थी और अब तक छह खिताब जीत चुकी थी, जिसमें पेरिस में विश्व चैंपियनशिप का स्वर्ण और ऑल इंग्लैंड तथा इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 का खिताब शामिल है। इस मुकाबले को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ आक्रमण और डिफेंस के बीच की टक्कर माना गया।
छोटे फॉल्ट्स ने बदल दिया मुकाबले का रुख
पहले गेम में कोरियाई टीम ने 3-0 की बढ़त बनाई थी, लेकिन सात्विक-चिराग ने दमदार स्मैश और सटीक शॉट्स के साथ वापसी की और 14-8 की बढ़त भी बनाई। लेकिन कुछ गलतियों के चलते पहला गेम कोरियाई टीम ने जीत लिया। दूसरे गेम में भारतीय युगल ने 3-2 की बढ़त बनाई और 8-6 पर भी आगे थे। मगर चिराग के दो शॉट आउट होने से कोरियाई टीम ने पांच मैच प्वाइंट हासिल किए। अंततः सात्विक का एक आउट शॉट जीत की कुंजी बन गया और खिताब कोरिया की झोली में चला गया।
सात्विक-चिराग की जोड़ी को मिलेगा अगले टूर्नामेंट में मौका
इस हार के बावजूद भारतीय युगल का प्रदर्शन लगातार सुधार का संकेत दे रहा है। आने वाले टूर्नामेंटों में सात्विक-चिराग फिर से खिताबी जीत की कोशिश करेंगे। उनके खेल में तकनीकी सुधार और अनुभव ने उन्हें विश्व स्तर पर चुनौती देने योग्य जोड़ी बना दिया है।