सोरम में ऐतिहासिक सर्वखाप पंचायत में पहुंचे जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री, सरदारी को देख गद-गद हुए
महापंचायत के दूसरे दिन सुरेंद्र चौधरी हेलीकॉप्टर से सौरम पहुंचे, जहां हेलीपैड पर उन्हें भाकियू प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत और अन्य जिम्मेदार लोग स्वागत करने मौजूद थे। सौरम पहुंचने के बाद सबसे पहले उन्होंने पंचायत घर का निरीक्षण किया, जहां पुलिस प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पंचायत घर पर मौजूद बुजुर्गों ने चौधरी को 400 साल पुराने ऐतिहासिक पंचायत घर के महत्व की जानकारी दी। इसके बाद उपमुख्यमंत्री ने किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा की।
सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत को संबोधित करते हुए सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि हमें अपने देश, अपनी भूमि और बुजुर्गों पर गर्व है। उन्होंने बताया कि इतिहास में इन पलों को बड़ी शान और आन-बान के साथ लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि “हम गरीब थे, पर झुके नहीं, और हमें अपने देश और तिरंगे की शान के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।” चौधरी ने खापों से कहा कि महापंचायत के निर्णय उनके लिए मान्य होंगे। उन्होंने बाबा महेंद्र सिंह टिकैत और किसान मसीहा चौधरी चरणसिंह के सपनों को याद करते हुए कहा कि हमें उन सपनों को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने बुजुर्गों का आर्शीवाद लेने और उनके बताए मार्ग का पालन करने पर जोर दिया। सुरेंद्र चौधरी ने मंच से जय जवान जय किसान के नारे लगवाए और महापंचायत में उपस्थित किसानों, खाप चौधरों, थाम्बेदारों और बुजुर्गों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने वैष्णो देवी यात्रा में सेवा का अवसर मिलने की भी बात कही।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने महापंचायत को संबोधित करते हुए समाज में फैली फिजूलखर्ची, दहेज प्रथा, तेरहवीं के भव्य आयोजन और युवाओं के खेती से मोहभंग होने की प्रवृत्तियों को सामाजिक बुराइयां बताया और इन्हें दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि महापंचायत में सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बिगुल बजाना स्वागत योग्य है और यह युवाओं को सही मार्ग पर लाने में मदद करेगा।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव चौ. युद्धवीर सिंह ने सर्वखाप पंचायत के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया और बताया कि राजा हर्षवर्धन से लेकर मुगलों तक खापों को सम्मान दिया गया। देशवाल खाप हरियाणा के चौधरी सुरेंद्र सिंह देशवाल ने कहा कि समाज ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगा जो खाप और समाज को तोड़ने की कोशिश करें।
महापंचायत के दौरान समाज में फैली बुराइयों के उन्मूलन, ग्रामीण संस्कृति के संरक्षण और युवाओं को सही राह पर लाने पर विशेष जोर दिया गया। महापंचायत के तीसरे दिन दहेज प्रथा, नशाखोरी और अन्य सामाजिक बुराइयों के खिलाफ ठोस फैसलों पर मोहर लगने की उम्मीद है।
इस महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, मंत्री सुभाष चौधरी, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, विभिन्न खापों के चौधरी और थाम्बेदार, 10 राज्यों से खाप प्रतिनिधि और किसान संगठनों के प्रतिनिधि भारी संख्या में मौजूद रहे। महापंचायत की अध्यक्षता भूप सिंह दलाल (दलाल खाप चौरासी हरियाणा) और अरुण जैलदार ने की, संचालन ज्ञान सिंह चौहान (बावनपाल खाप हरियाणा) ने किया।
सोरम की यह ऐतिहासिक सर्वखाप महापंचायत समाज में एकजुटता, पारंपरिक संस्कृति के संरक्षण और सामाजिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
