जीएसटी सुधार की उम्मीद से वाहन, एसी और फ्रिज की बिक्री पर असर, ग्राहक और दुकानदार टाल रहे खरीदारी

GST Reform Impact: ग्राहक और दुकानदार जीएसटी सुधार की उम्मीद के चलते महंगी वस्तुओं की खरीद टाल रहे हैं। जिन सामानों पर टैक्स घटने की संभावना है, उनमें वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर शामिल हैं। ग्रांट थॉर्नटन भारत के पार्टनर नवीन मालपानी ने बताया कि GST 2.0 के लागू होने की तैयारी के चलते ई-कॉमर्स और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे महंगे उत्पादों में ग्राहक “देखो और इंतजार करो” की रणनीति अपना रहे हैं।
जीएसटी स्लैब घटने से बाजार पर असर
इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहन उद्योग में बिक्री धीमी
नवीन मालपानी के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स और उपकरणों की बिक्री में गिरावट दिख रही है। वाहन उद्योग ने भी कहा कि मांग अभी मजबूत है, लेकिन ग्राहकों ने “देखो और इंतजार करो” की रणनीति अपनाई है। इस देरी के कारण नए वाहनों की बिक्री पर अस्थायी असर पड़ रहा है। उम्मीद है कि सितंबर के पहले सप्ताह के बाद ग्राहकों का विश्वास बढ़ेगा और बिक्री में तेजी आएगी।
त्योहारी सीजन और ई-कॉमर्स कंपनियों की तैयारी
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पूरे साल का लगभग एक चौथाई राजस्व त्योहारी सीजन में कमाते हैं। GST दरों में कमी से ग्राहकों को खरीदारी में अधिक आत्मविश्वास मिलेगा। कंपनियां और ब्रांड त्योहारी सीजन में संभावित मांग के अनुसार तैयारी कर रहे हैं। यह ग्राहकों को उत्साहित करने और मांग को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
बीमा प्रीमियम और अन्य सेवाओं में देरी
स्वास्थ्य और जीवन बीमा को जीएसटी के दायरे से बाहर रखने की चर्चा है। इससे पॉलिसीधारक प्रीमियम का भुगतान टाल रहे हैं या रिन्यूअल को एक महीने के लिए स्थगित कर रहे हैं। नियमों के अनुसार, भुगतान में देरी करने पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाता, लेकिन इस दौरान दावा स्वीकार नहीं किया जाता।
त्योहारी बिक्री में वृद्धि में सीमित वृद्धि की संभावना
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के एमडी संतोष अय्यर ने कहा कि ग्राहक त्योहारों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वहीं, इक्रा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितिन मक्कड़ ने कहा कि इस साल त्योहारी सीजन में बिक्री में 10 फीसदी से कम वृद्धि रह सकती है। अमेरिकी टैरिफ और कारोबारी धारणा की कमजोरी के कारण यह अनुमान लगाया गया है।