"ग्रेटर नोएडा: हॉस्टल फायरिंग में घायल छात्र देवांश की मौत, पुलिस जांच में चौंकाने वाले खुलासे"

नोएडा। ग्रेटर थाना नॉलेज पार्क क्षेत्र के हॉस्टल में गोली चलने से हुई एक छात्र की मौत और दूसरे छात्र के घायल होने के मामले में घायल छात्र देवांश चौहान ने उपचार के दौरान आज अस्पताल में दम तोड़ दिया है। थाना नॉलेज पार्क पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना में कल मृत घोषित हुए एमबीए के छात्र दीपक कुमार पुत्र देवला वेंकट निवासी चिलकुलरी आंध्र प्रदेश उम्र 22 वर्ष के शव को पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसके परिजन आज तड़के फ्लाइट से आंध्र प्रदेश के लिए लेकर निकल गए हैं। इस मामले में अभी तक किसी ने कोई शिकायत नहीं की है। पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है।
एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार ने बताया कि मंगलवार को थाना नॉलेज पार्क क्षेत्र में स्थित एक निजी हॉस्टल मे कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड दोपहर के समय हॉस्टल के कमरों की लाइट चेक करने के लिए गया, तो उसे एक कमरे से कराहने की आवाज सुनाई दी। उसने तत्काल वार्डन को सूचना दी। वार्डन मौके पर आए और मेन गेट खोलने का प्रयास किया तो गेट नहीं खुला। गेट नही खुलने के कारण पीछे की तरफ सीढ़ी लगाकर देखा गया तो दो लड़के फर्श पर गिरे हुए थे। जिनके शरीर से काफी मात्रा में खून बह रहा था। इसके बाद वार्डन द्वारा पीछे की तरफ से बालकनी में उतरकर शीशा तोड़कर दरवाजा खोला गया।
उन्होंने बताया कि मौके पर दीपक कुमार पुत्र देवला वेंकट निवासी चिलकुलरी आंध्र प्रदेश (एमबीए का छात्र) उम्र 22 वर्ष व देवांश चौहान पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी भगवान टॉकीज आगरा कॉलेज (पीजीडीएम का छात्र) उम्र 23 वर्ष फर्श पर पड़े हुए थे। जांच करने पर पता चला कि दीपक कुमार मृत अवस्था में है, तथा देवांश घायल अवस्था में है। अपर उपायुक्त ने बताया कि घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल छात्र को उपचार के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती करवाया। उन्होंने बताया कि उपचार के दौरान आज तड़के उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि दोनों छात्र आपस में काफी गहरे दोस्त थे। किसी कारणवश दोनों में विवाद हुआ तथा एक छात्र ने दूसरे को लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मार दी, तथा खुद भी गोली मार ली। उन्होंने बताया कि घायल छात्र देवांश के पिता उत्तर प्रदेश पुलिस में एसीपी के पद से 10 दिन पहले रिटायर्ड हुए हैं।
उन्होंने बताया कि इस घटना में जिस रिवाल्वर का प्रयोग हुआ है वह लंदन की बनी हुई है, तथा उसका लाइसेंस देवांश के पिता सुरेंद्र सिंह चौहान के नाम से है। उन्होंने बताया कि मौके से पुलिस ने लाइसेंसी रिवाल्वर, 4 जिंदा कारतूस, दो खाली कारतूस, फोन, लैपटॉप व अन्य उपकरण बरामद किया है। उन्होंने बताया कि फोरेंसिक टीम मौके पर मौजूद है। घटना वाले कमरे को आवश्यक कार्रवाई के बाद सील कर दिया गया है। अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि दोनों छात्र बिमटेक कॉलेज से पढ़ाई कर रहे थे। रिटायर्ड एसीपी की पिस्टल उसके बेटे के पास कैसे आई इस बात को लेकर भी तरह-तरह की चर्चा है। वहीं हॉस्टल में दोनों छात्रों की दोस्ती को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाए है। कानून के जानकारों का कहना है कि रिटायर्ड एसीपी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो सकता है, क्योंकि उनकी लाइसेंसी पिस्टल का उनके बेटे अपने दुरुपयोग किया है, यह लाइसेंस के शर्तों का उल्लंघन है।