बिहार की सियासत में गूंजा अश्विनी चौबे का दर्द: प्रधानमंत्री के मंच से लेकर पार्टी कार्यक्रम तक उपेक्षा का आरोप

Bihar Politics: भागलपुर में शनिवार को आयोजित एनडीए के कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे लंबे समय बाद एक ही मंच पर नजर आए। इस दौरान शाहनवाज ने चौबे को बड़ा भाई बताया, वहीं चौबे ने पुराने दिनों की याद दिलाई और कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने हुसैन को टिकट दिया था।
शाहनवाज को टिकट देने का पुराना किस्सा किया साझा
साजिश के तहत बक्सर भेजा गया
अपने संबोधन में चौबे ने कहा कि वे लोकसभा चुनाव लड़ना नहीं चाहते थे, लेकिन पार्टी की एक साजिश के तहत उन्हें बक्सर भेज दिया गया। वहां मुकाबला कठिन था, फिर भी उन्होंने लालमुनी चौबे को हराकर जीत दर्ज की।
सनातन महाकुंभ और पीएम कार्यक्रम से उपेक्षा का आरोप
चौबे ने मंच से अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि पटना के गांधी मैदान में आयोजित सनातन महाकुंभ में उन्हें उपेक्षित किया गया। उन्होंने कहा कि जब अपार भीड़ उमड़ी तो बड़े नेता वहां पहुंच गए, लेकिन उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई। इसी तरह, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के उद्घाटन में भी उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया।
स्वाभिमान पर चोट बर्दाश्त नहीं
बीजेपी नेता ने कहा कि वे कई बातें बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन स्वाभिमान पर चोट कभी सहन नहीं कर सकते। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को कार्यकर्ताओं को सम्मान देना चाहिए और जनता को दिल में बसाने की जरूरत है।
भाजपा प्रत्याशी चयन पर साधा निशाना
चौबे ने अपने भाषण में कहा कि भागलपुर से चुनाव हारने की वजह पार्टी की गलतियां रही हैं। उन्होंने कहा कि मारवाड़ी पट्टी के लोग वोट करने नहीं निकले और यह आत्मचिंतन का विषय है। साथ ही उन्होंने मंच से उन नेताओं का भी जिक्र किया जो पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।
एनडीए नेताओं का मंच पर एकजुट प्रदर्शन
कार्यकर्ता सम्मेलन में एनडीए के पांचों घटक दलों के नेता मंच पर मौजूद रहे। मंच पर फोटो खिंचाने का सिलसिला चलता रहा, लेकिन इस दौरान पंडाल की कुर्सियां खाली होती रहीं। लोग भाषण सुनने के बजाय खाने के लिए निकलते गए और आधे से ज्यादा कुर्सियां खाली रह गईं।