रत्नागिरी के गुरुकुल में दरिंदगी का खुलासा: प्रमुख बाबा और शिक्षक गिरफ्तार, नाबालिग छात्रा ने लगाए यौन शोषण के आरोप

Maharashtra News: महाराष्ट्र के रत्नागिरी ज़िले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ वारकरी गुरुकुल के प्रमुख और एक शिक्षक पर नाबालिग छात्रा के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है। यह मामला सामने आने के बाद पूरे इलाके में आक्रोश और सदमे का माहौल है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
गुरुकुल प्रमुख और शिक्षक पर यौन शोषण के आरोप

पीड़िता का भयावह बयान आया सामने
पीड़िता ने अपने बयान में बताया, “जब मैं कमरे में अकेली होती थी तो कोकरे महाराज अंदर आते, मुझ पर मुक्के बरसाते और मेरी छाती को छूते थे।” उसने बताया कि घटना के बाद वह बेहद डरी हुई थी और शिक्षकों के डर तथा धमकियों के कारण किसी को कुछ नहीं बता पाई। यह बयान सुनकर जांच टीम भी स्तब्ध रह गई।
धमकी देकर चुप कराने का आरोप
पीड़िता ने यह भी खुलासा किया कि गुरुकुल के शिक्षक प्रीतेश कदम ने उसे पूरी तरह से चुप रहने की धमकी दी थी। उसने कहा कि “कदम सर ने कहा था कि अगर मैंने मुंह खोला तो वह मेरे पिता को झूठे मामलों में फंसा देंगे और मुझे व मेरे भाई को नुकसान पहुंचाएंगे।” बच्ची ने यह भी बताया कि पढ़ाई रोक देने और बाहर निकाल देने की भी धमकी दी गई थी, जिससे वह लंबे समय तक खामोश रही।
पिता को बताई पूरी बात, दर्ज हुई शिकायत
काफी मानसिक तनाव झेलने के बाद आखिरकार सोमवार को पीड़िता ने अपने पिता को पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद पिता ने तुरंत ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही पुलिस ने प्राथमिक जांच शुरू की और दोनों आरोपियों - भगवान कोकरे महाराज और प्रीतेश कदम - को हिरासत में ले लिया।
पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने इस मामले में बच्चों के संरक्षण से जुड़े ‘पोक्सो एक्ट’ की धारा 12 और 17 के तहत केस दर्ज किया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों से पूछताछ जारी है और गुरुकुल के अन्य छात्रों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि कहीं और भी कोई पीड़ित तो नहीं है।
समाज में आक्रोश, सख्त सजा की मांग
वारकरी समुदाय और स्थानीय सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए सरकार से आरोपी बाबा और शिक्षक के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ऐसी घटनाओं ने एक बार फिर से धार्मिक संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि न्याय सुनिश्चित करने के लिए सभी साक्ष्यों की पूरी तरह जांच की जाएगी।