भीलवाड़ा। गुरुवार सुबह डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने भीलवाड़ा में बड़ी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया। यह रेड भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व जिलाध्यक्ष और पूर्व यूआईटी चेयरमैन लक्ष्मी नारायण डाड के बेटे निखिल डाड के खिलाफ की गई। निखिल पर करीब 10 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का आरोप है।
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निखिल डाड टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़े केमिकल और कोयला सप्लाई के व्यवसाय से जुड़े हैं। साथ ही वह प्रॉपर्टी और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में भी सक्रिय हैं। सूचना के मुताबिक, उनके विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठानों में जीएसटी नियमों का उल्लंघन कर टैक्स चोरी की गई है। इस आधार पर DGGI ने भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ में उनके 6 अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
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टीम ने कुमुद विहार स्थित ऑफिस से डिजिटल डेटा, दस्तावेज और कंप्यूटर सिस्टम्स की गहन जांच की। उनके स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है ताकि टैक्स चोरी से जुड़े साक्ष्य एकत्र किए जा सकें।
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जांच के दायरे में निखिल डाड के दोस्त और बिजनेस पार्टनर अनुज सोमानी के ठिकाने भी आए हैं। अनुज के वित्तीय लेन-देन में अनियमितता की आशंका के चलते उनके ऑफिस और प्रॉपर्टीज की भी तलाशी ली गई।
जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) भारत सरकार द्वारा 2017 में लागू किया गया था, जिससे कई पुराने अप्रत्यक्ष करों को एकीकृत किया गया। टैक्स चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए DGGI जैसी एजेंसियां लगातार निगरानी और छापेमारी करती हैं।